भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सात पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वे मध्यप्रदेश से होकर गुजरने वाले प्रवासी श्रमिकों के संबंध में उन्हें अग्रिम सूचना दें। प्रदेश के जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि मुख्यमंत्री चौहान ने महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना, झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में कहा है कि प्रवासी श्रमिकों के आवागमन में व्यावहारिक कठिनाई यह हो रही है कि राज्य को समय पर यह सूचना प्राप्त नहीं होती है कि किन राज्यों से और किन माध्यमों से कितने कामगार प्रदेश की सीमा पर आने वाले हैं।
चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार इन श्रमिकों के लिए भोजन, वाहन और दवाओं आदि की निशुल्क व्यवस्था करती है, ऐसे में पूर्व सूचना के बगैर कभी-कभीज्यादा संख्या में प्रवासी श्रमिकों के यहां पहुंचने से व्यवस्था गड़बड़ा जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में दुख से व्यथित श्रमिक कई बार विचलित होकर कानून व्यवस्था के लिए मुश्किल खड़ी कर देते हैं और स्वयं परेशानी में पड़ जाते हैं। मुख्यमंत्री ने पत्र में अनुरोध किया कि सभी राज्य समय रहते मध्यप्रदेश पहुंचने वाले प्रवासी श्रमिको की संख्या से राज्य को अवगत करा दें ताकि समुचित व्यवस्था की जा सके। उन्होंने बताया कि अपने गंतव्य तक जाने के दौरान मध्यप्रदेश से होकर गुजर रहे प्रवासी श्रमिकों को एक स्थान से दूसरी स्थान तक पहुंचाने के लिए एक हजार बसें लगाई गई हैं, प्रदेश प्रदेश सरकार सुनिश्चित कर रही है कि कोई श्रमिक पैदल ना चले।