By अनुराग गुप्ता | Mar 05, 2021
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने रणनीतियां बनाना शुरू कर दिया है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रमुख शिवपाल यादव ने अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ गठबंधन करने को लेकर इच्छा प्रकट की है। बता दें कि शिवपाल यादव ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए वह अपने भतीजे के साथ गठबंधन करेंगे और अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर वह छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगे।
अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट 'द प्रिंट' की रिपोर्ट के मुताबिक शिवपाल यादव ने कहा कि गठबंधन के लिए उनकी पहली पसंद अखिलेश ही हैं। लेकिन उनका मन नहीं बदला तो हम छोटे दलों के साथ गठबंधन करेंगे। दरअसल, शिवपाल यादव ने लोकसभा चुनाव के दरमियां भी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने की कोशिश की थी। शिवपाल ने बताया कि भाजपा ने 2019 चुनावों से पहले हमें ऑफर किया था लेकिन मैंने ठुकरा दिया था क्योंकि हमारी विचारधाराएं नहीं मिलती हैं। उस वक्त मैंने अखिलेश से गठबंधन के लिए पूछा था लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
गैरभाजपावाद का दिया था नारा
साल 2018 में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन करने वाले शिवपाल ने कुछ वक्त पहले भी अखिलेश से साथ गठबंधन करने की संकेत दिए थे। उस वक्त उन्होंने कहा था कि भाजपा को हराने के लिए समाजवादियों को एकजुट होना पड़ेगा। लेकिन उन्होंने समाजवादी पार्टी में अपनी पार्टी का विलय करने की संभावना से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा था कि वह अखिलेश के साथ गठबंधन करने को तैयार हैं।
नेताजी भी चाहते हैं शिवपाल के साथ हो गठबंधन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश और शिवपाल के बीच मध्यस्थता कराने की कोशिश की है। शिवपाल ने बताया कि नेताजी ने कुछ फोन कॉल्स के माध्यम से मेरे और अखिलेश के बीच मध्यस्थता की। जब कभी अखिलेश यादव उनके पास जाते हैं तो वह मुझे फोन पर ले लेते हैं। हालांकि, 4 महीने पहले शिवपाल की अखिलेश के साथ बातचीत हुई थी।