चंडीगढ़| शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा रखते थे और उन्हें इस बात की जलन थी कि अनुसूचित जाति समुदाय का सदस्य मुख्यमंत्री बन गया है।
कांग्रेस नेता सिद्धू का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिअद ने यह आरोप लगाया है। शिअद के उपाध्यक्ष दलजीत सिंह चीमा ने आरोप लगाया कि पंजाब में अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस द्वारा खेला गया अनुसूचित जाति का कार्ड नवजोत सिंह सिद्धू के इस बयान से उल्टा पड़ सकता है कि मुख्यमंत्री पार्टी के लिये अच्छा काम नहीं कर सकते।
चीमा ने यहां एक बयान में आरोप लगाया, सिद्धू ने लखीमपुर की घटना के विरोध में पार्टी का प्रदर्शन शुरू करने के मौके पर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आने के लिये दो मिनट का भी इंतजार न करके यह भी दिखा दिया कि एससी समुदाय और मुख्यमंत्री के लिए उनके मन में कितना सम्मान है।’’
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में वहां जाने से पहले सिद्धू के नेतृत्व वाला कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को मोहाली में एकत्र हुआ था। मुख्यमंत्री चन्नी भी कांग्रेस नेताओं के मोहाली से लखीमपुर रवाना होने से पहले कुछ समय के लिये उनके साथ शामिल हुए थे।
चीमा उस वीडियो का हवाला दे रहे थे, जो कथित रूप से उस समय का है, जब सिद्धू पंजाब के मंत्रियों विजय इंदर सिंगला, परगट सिंह और अन्य नेताओं के साथ चन्नी के आने का इंतजार कर रहे थे।
शिअद नेता ने उस कथित वीडियो का हवाला दिया जिसमें सिद्धू को कुछ टिप्पणी करते हुए सुना जा सकता है। वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हो सकी है और सिद्धू की ओर से अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है। शिअद नेता ने कहा, सिद्धू के बयानों से यह स्पष्ट है कि उनका किसानों और उनके हितों के लिए कोई प्यार नहीं है और वह केवल राज्य में शीर्ष पद हासिल करने के लिए एकतरफा खेल में लिप्त थे।
चीमा ने कहा, ऐसे व्यक्ति जो अपनी महत्वाकांक्षा को लोगों के कल्याण से ऊपर रखते हैं, वे राज्य को कोई दिशा नहीं दे सकते। वे पूरी तरह बेनकाब हो जाते हैं।