By अभिनय आकाश | Jan 25, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 2002 में गुजरात दंगों पर विवादास्पद बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के बारे में बोलते हुए तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह तर्क कि यह भारत की संप्रभुता को प्रभावित करेगा, ठोस नहीं था। उन्होंने कहा कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता कमजोर नहीं है। बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के बारे में बात करते हुए शशि थरूर ने कहा कि मुझे खुशी है कि सरकार ने कहा है कि वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप नहीं करेगी। केरल में युवा संगठन ने सेंसरशिप के विरोध में स्क्रीनिंग का आयोजन किया, जिसका मैं भी समर्थन करता था। उन्होंने आगे कहा कि यह तर्क कि ये भारत की संप्रभुता को प्रभावित करेगा, विश्वसनीय नहीं है। यह इतना नाजुक नहीं है।
थरूर ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता कोई ऐसी चीज नहीं है जिसे किसी डॉक्यूमेंट्री से इतनी आसानी से प्रभावित किया जा सके। हम एक मजबूत देश हैं। यह तर्क सही है कि इस मुद्दे को कानूनी अर्थों में शांत कर दिया गया है। यह तर्क भी सटीक है कि लोगों की अपनी गलतफहमी और आपत्तियां बनी रहती हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लोकतंत्र में सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। अगर सरकार ने मेरी सलाह मांगी होती, तो मैं उनसे कहता कि इसे नज़रअंदाज़ करो और इसे पारित किया जाता।
अनिल एंटनी ने दिया इस्तीफा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ए के एंटनी के बेटे अनिल एंटनी के पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और प्रमुख विपक्षी पार्टी को ‘‘चमचों का दरबार’’ करार दिया। अनिल एंटनी ने गुजरात में 2002 में हुए दंगों पर आधारित ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) के वृत्तचित्र को भारतीय संस्थानों के विचारों से अधिक महत्व दिए जाने को खतरनाक चलन बताया था कहा था कि इससे देश की संप्रभुता प्रभावित होगी। इस प्रतिक्रिया के बाद एंटनी को पार्टी के भीतर ही आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने बुधवार को पार्टी में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।