By नीरज कुमार दुबे | Jul 04, 2023
महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री बनने के बाद अजित पवार जहां अपने लिये और अपनी पार्टी के अन्य मंत्रियों के लिए मलाईदार मंत्रालय हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बातचीत कर रहे हैं वहीं वह अपनी पार्टी को एकजुट रखने के लिए भी पूरा प्रयास कर रहे हैं। इस क्रम में आज उन्होंने पार्टी के नये कार्यालय का उद्घाटन किया, पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और कल पार्टी के सभी जनप्रतिनिधियों की एक बैठक बुलाई है। इसके अलावा अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री बनने के बाद आज पहली बार कैबिनेट बैठक में भी भाग लिया। उधर, शरद पवार ने बागियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि जो मेरे विचार के खिलाफ हैं उन्हें मेरी तस्वीर लगाने का हक नहीं है। शरद पवार ने कहा है कि ये मेरा अधिकार है कि मेरी तस्वीर का इस्तेमाल कहां करवाना है। उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि मेरी पार्टी की ओर से महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल हैं। हम आपको बता दें कि एक दिन पहले ही प्रफुल्ल पटेल ने जयंत पाटिल की जगह सुनील तटकरे को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाने की घोषणा की थी।
मलाईदार मंत्रालय के लिए खींचतान
दूसरी ओर, जहां तक वित्त, सिंचाई और ऊर्जा मंत्रालयों के लिए अजित पवार की ओर से की जा रही मांग की बात है तो इसका विरोध एकनाथ शिंदे के खेमे की ओर से किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि शिंदे खेमे का तर्क है कि उद्धव सरकार के दौरान अजित पवार विधायकों के लिए क्षेत्र का फंड जारी करने में भेदभाव करते थे। बहरहाल, जहां तक कैबिनेट बैठक की बात है तो बताया जा रहा है कि इस दौरान राज्य मंत्रिमंडल ने पिछले एक साल में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों का उल्लेख करते हुए एक पुस्तिका भी जारी की। मुख्यमंत्री शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने पिछले एक साल में किए कामों का उल्लेख करते हुए पुस्तिका का विमोचन किया। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मंत्रियों ने बताया कि यह बहुत ही सौहार्द्रपूर्ण रही। वहीं शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के प्रवक्ता और राज्य सरकार में मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा और उसमें शिवसेना के विधायकों को भी जगह दी जायेगी।
शक्ति प्रदर्शन होगा
उधर, एनसीपी में संकट के बीच अजित पवार ने सभी एनसीपी सांसदों, विधायकों, एमएलसी, जिला प्रमुखों और राज्य प्रतिनिधियों को 5 जुलाई को एमईटी बांद्रा में एक बैठक के लिए उपस्थित होने के लिए कहा। वहीं, शरद पवार ने भी पार्टी के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को 5 जुलाई को वाईबी चव्हाण सभागार में बुलाया है। देखना होगा कि किसकी बैठक में कितने लोग पहुँचते हैं। वैसे अजित पवार खेमे ने एक बार फिर से दावा किया है कि उनके साथ 40 से ज्यादा विधायक हैं। वैसे एक परिदृश्य जो नजर आ रहा है वह यह है कि भले एनसीपी का चुनाव चिह्न घड़ी चाचा शरद पवार की हो लेकिन वक्त भतीजे अजित पवार का चल रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष का बयान
इस बीच, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने इस पूरे विवाद पर कहा है कि अयोग्यता के मामले में यदि कोई याचिका दायर कर रहा है तो वह उसका संवैधानिक अधिकार है, इस पर कोई रोक नहीं लगा सकता। हम जो निर्णय लेंगे वह न्यायसंगत होगा, इसमें किसी प्रकार का कोई पक्षपात नहीं होगा। सभी नियमों का पालन करके वाजिब समय में हम निर्णय लेंगे।