By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 02, 2022
इस्लामाबाद| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कराची विश्वविद्यालय में आत्मघाती हमले के मद्देनजर मुल्क में काम कर रहे चीनी नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। इस हमले में तीन चीनी शिक्षकों और एक स्थानीय व्यक्ति की मौत हो गई थी।
एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। साठ अरब अमेरिकी डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) सहित दोनों देशों के विभिन्न संयुक्त उपक्रमों के सामने आने वाले संभावित खतरों को देखते हुए शरीफ चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहले से किए गए सभी उपायों और योजना एवं आंतरिक मंत्रालयों द्वारा बनाई जा रही नयी योजनाओं का आकलन करेंगे।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने सूत्रों के हवाले से कहा कि ईद के बाद के पहले सप्ताह में शरीफ के सामने सुरक्षा योजना पेश की जाएगी। चीन ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान से मुल्क में काम करने वाले अपने नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा था।
उसने कराची विश्वविद्यालय में हुए आत्मघाती हमले की गहन जांच करने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की थी। छब्बीस अप्रैल को बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की एक बुर्काधारी महिला आत्मघाती हमलावर ने कराची विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित कन्फ्यूशियस संस्थान की शटल यात्री वैन को निशाना बनाया था। पाकिस्तान में चीनी नागरिकों को लक्षित करके किए गए इस ताजा हमले में तीन चीनी शिक्षकों समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई थी।
अखबार के मुताबिक, शरीफ ने योजना, विकास एवं विशेष पहल मंत्री एहसान इकबाल को पाकिस्तान में सक्रिय सभी चीनी कंपनियों के प्रमुखों से मिलने का भी निर्देश दिया है, ताकि सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के बारे में उनसे जानकारी ली जा सके।
सूत्रों ने बताया कि योजना मंत्री ईद के तुरंत बाद ग्वादर का दौरा करेंगे, ताकि सीपीईसी परियोजना पर काम कर रहीं चीनी कंपनियों और नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था तथा उनके द्वारा की जाने वाली शिकायतों की जांच की जा सके। सूत्रों के अनुसार, शरीफ ने गृह मंत्रालय को ग्वादर में सुरक्षा के इंतजाम करने में प्रांतों, खासतौर पर बलूचिस्तान सरकार को शामिल करने और ईद के बाद पहले सप्ताह में एक रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के अलावा मंत्रालयों को सीपीईसी परियोजना के सामने आने वाली चुनौतियों का पता लगाने का निर्देश दिया गया है।
उनसे यह भी देखने के लिए कहा गया है कि पिछले चार वर्षों से चीनी नागरिकों को उनके काम, वीजा और सेवा विस्तार सहित अन्य मामलों में किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गिलगित-बाल्तिस्तान सरकार ने भी संबंधित अधिकारियों को चीनी नागरिकों पर हाल ही में और पहले हुए हमलों के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश दिया है।
गिलगित-बाल्तिस्तान के अतिरिक्त सचिव द्वारा जारी एक पत्र में कहा गया है, “मुझे कराची में हाल ही में हुए आत्मघाती हमले को देखते हुए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया गया है, जिसमें तीन चीनी नागरिक मारे गए थे। मुख्य सचिव गिलगित-बाल्तिस्तान में चीनी नागरिकों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम सुनिश्चित करना चाहते हैं।