By विजयेन्दर शर्मा | Nov 02, 2021
ऊना। जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ऊना के माध्यम से एमसी पार्क ऊना में चलाए जा रहे सोमभद्रा व्यापार मेले में प्रदर्शित किए जा रहे स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद ऊनावासियों को लुभा रहे हैं। मेले में अब तक स्वयं सहायता समूहों ने लगभग 52 हज़ार रूपये के उत्पाद विक्रय किए गए हैं। पांच नवंबर तक चलने वाले इस मेले में जिला ऊना के महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पाद सोमभद्रा ब्रांड के नाम से विक्रय किए जा रहे हैं।
त्यौहारी सीजन को देखते हुए इस व्यापार मेले में तेल, सेवइयां, बड़ियां, सिरका, शहद, पापड़, मसाले, चटनी, जैम, आचार व हल्दी के साथ-साथ नारियल की बर्फी व लड्डू, पपीता तथा घिये की बर्फी आदि स्थानीय स्तर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार उत्पाद शामिल हैं। इसके अतिरिक्त बांस के उत्पादों को भी विक्रय हेतू रखा गया है। जिसमें दीवाली के दीये, फैंसी लाईट, फोटो फ्रेम, टोकरियां, पेन स्टैंड, मोबाईल स्टैंड, बूफर आदि शामिल हैं।
बंगाणा की अरलू पंचायत के अजय कुमार बताते हैं कि उनके स्वयं सहायता समूह का नाम जागृति है। समूह द्वारा बांस के उत्पाद तैयार किए गए हैं। दीवाली सीज़न को देखते हुए लक्ष्मी पूजन के लिए बांस से लक्ष्मी मां के फोटो फ्रेम बनाएं हैं। पूजन हेतू दीये के लिए स्टैंड भी बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त दीवाली के लिए बांस से अन्य प्रकार के सजावटी उत्पाद भी समूह द्वारा तैयार किए गए हैं।
दियाड़ा पंचायत के गांव दिलमा की पूनम कुमारी बताती हैं कि वह राधे कृष्ण ग्रुप की सदस्य व नारी महिला संगठन की उप प्रधान हैं। उन्होंने बताया कि उनका ग्रुप 2015 से कार्य कर रहा है, जिसमें 10 महिलाएं कार्य कर रही हैं। पूनम कुमारी कहती हैं कि उनके समूह द्वारा मसाला व सेपू बडियां तथा सेवियां जैसे उत्पाद तैयार किए जाते हैं। उत्पादों को सोमभद्रा ब्रांड का नाम मिलने से उत्पादों को अलग पहचान मिली है। सोमभद्रा ब्रांड के नाम से उत्पादों की काफी अच्छी बिक्री भी हुई है। शीघ्र ही सोमभद्रा ब्रांड के उत्पाद ऑनलाईन माध्यम से अमेजोन व फ्लिपकार्ट पर भी खरीदे जा सकेंगे।
राधा स्वामी स्वयं सहायता समूह भदसाली व ग्राम संगठन अधिकार की सचिव सीमी बताती है उनके गांव भदसाली में 25 स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोमभद्रा ब्रांड का नाम मिलने से ग्रुप द्वारा बनाए गए उत्पादों की काफी अच्छी सेल हो रही है। जिससे महिलाएं अपनी आजीविका कमाने में आत्मनिर्भर बन रहीं हैं। उन्होंने सोमभद्रा ब्रांड का नाम देने के लिए प्रशासन व सरकार का धन्यवाद किया।
जिला रेड क्रोस सोसाईटी ऊना के पैटर्न सुरेंद्र ठाकुर कहते हैं कि डीआरडीए के माध्यम से ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गए प्रदर्शनी में काफी अच्छे उत्पाद रखें गए है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पाद हमारी संस्कृति से भी जुड़े हैं तथा सेहत के लिए काफी पौष्टिक भी हैं। उन्होंने जिला के सभी लोगों से स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाऐ गए उत्पादों को खरीदने के लिए कहा ताकि ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों का मनोबल बढ़ें और आत्मनिर्भर बने।
वहीं रोपड़ जिला के मैहलपुर गांव के विचित्र सिंह बताते हैं कि वह दर्शनार्थ हेतू मुबारिकपुर गए थे। वापिस आते समय वह ऊना में स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए सोमभद्रा प्रदर्शनी स्टॉल देखकर काफी उत्साहित हुए। उन्होंने बताया कि समूहों ने काफी अच्छे सजावटी व खाद्य उत्पाद बनाए है जोकि हमारी पुरानी परंपरा को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद मार्किट से कम रेट पर खरीदे हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों से इन उत्पादों को खरीदने के लिए कहा ताकि महिलाओं का मनोबल बढ़े और आजीविका कमाने में आत्मनिर्भर बने।
वहीं उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि सोमभद्रा ब्रांड के उत्पादों को विपणन के लिए बड़े पैमाने पर बाजार उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके तहत इन उत्पादों की सूची एचपीएसआरएलएम के हिमईरा प्लेटफॉर्म के माध्यम से अमेजोन व फ्लिपकार्ट को भी प्रेषित की गई है। इसके अतिरिक्त बांस से तैयार किए गए उत्पादों को बौल में डीआरडीए के माध्यम खोले गए शक्ति केंद्र में भी रखा गया है तथा जिला के सभी विकास खंडों में एक-एक विक्रय केन्द्र स्थापित कर स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को विक्रय करने की व्यवस्था की जा रही है।