स्काउट्स एंड गाइड्स युवाओं में नई सोच विकसित करने और अनुशासित समाज के विकास में दे रहा अहम योगदानः राज्यपाल

By विजयेन्दर शर्मा | Feb 22, 2022

शिमला     राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि अनुशासन जीवन का एक महत्त्वपूर्ण अंग है और स्काउट्स एंड गाइड्स की वर्दी इस भावना को हमारे मन-मस्तिष्क में बिठाती है। यह अनुभूति सदैव रहनी चाहिए क्योंकि इसका समाज में भी योगदान रहता है।


राज्यपाल विश्व स्काउट दिवस और थिंकिंग डे के अवसर पर शिमला के चौड़ा मैदान स्थित राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय में बीएसएंडजी हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के मुख्य संरक्षक के रूप में अपना संबोधन दे रहे थे।

 

इसे भी पढ़ें: अनुराग ठाकुर एवं सुरेश कश्यप ने पटाखा फ़ैक्ट्री में हुए हादसे पर दुःख जताया


उन्होंने कहा कि स्काउट्स एंड गाइड्स की वर्दी पहनने से नई सोच विकसित होती है और विभिन्न विचारों के सृजन से एक अनुशासित समाज का विकास होता है। इसके माध्यम से हम बहुत कुछ प्राप्त कर सकते हैं। हमारा अनुशासित जीवन हमें किसी भी स्थिति से धैर्यपूर्वक निपटने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि अपने पाठशाला काल में वे भी स्काउट्स एंड गाइड्स के सदस्य रहे हैं और ऐसे में एक स्काउट के लिए अनुशासन की महत्ता को बखूबी समझते हैं।

 

इसे भी पढ़ें: मुख्यमंत्री ने ऊना में पटाखा फैक्टरी में अग्निकांड पर शोक व्यक्त किया, हादसे की मंडलायुक्त से जांच के आदेश


उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में स्काउट्स एंड गाइड्स की गतिविधियांे का तेजी से विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि हम युवाओं को इस संगठन से जोड़ने में सफल हुए हैं जो कि एक उपलब्धि है। उन्होंने विश्वास जताया कि युवा पीढ़ी देश को गरिमा के साथ आगे ले जाने में पूर्णतया सक्षम है। उन्होंने कहा कि आज उच्च विचारों की आवश्यकता है और इसके लिए युवाओं को विशिष्ट लक्ष्य देने होंगे और यह लक्ष्य सामूहिक तौर पर तय करने होंगे। उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम की भावना में समस्त विश्व को एक परिवार के रूप में निरूपित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहने चाहिए और स्काउट्स एंड गाइड्स इस दिशा में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

 

इसे भी पढ़ें: डीसी राघव शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ घटनास्थल का किया निरीक्षण


राज्यपाल ने कहा कि वर्ष 1857 में आज ही के दिन स्काउटिंग के संस्थापक लॉर्ड राबर्ट बाडेन पॉवेल का जन्म हुआ था। संयोगवश आज ही के दिन वर्ष 1889 में उनकी पत्नी और गर्ल गाइडिंग की संस्थापक ऑलिव बाडेन पॉवेल भी पैदा हुईं थीं। उन्होंने कहा कि यह दिन विश्व स्काउट दिवस और वर्ल्ड थिंकिंग डे के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के थिंकिंग डे की विषयवस्तु हमारा विश्व हमारा समान भविष्य रखी गई है। इसके निहितार्थ यह हैं कि सम्पूर्ण विश्व का भविष्य समान है और भविष्य की सुरक्षा के बारे में हमें मिलकर विचार करने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने इस अवसर पर स्काउट फाइट अंगेस्ट कोरोना तथा ऑनलाइन दक्षता विकास कार्यशाला के विजेताओं को पुरस्कृत किया।

 

इसे भी पढ़ें: अपना इलाज करवा कर शिमला वापिस लौटे सीएम जय राम ठाकुर


इससे पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक एवं भारत स्काउट एंड गाइड्स हिमाचल प्रदेश के मुख्य आयुक्त डॉ. अमरजीत शर्मा ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया और संगठन की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि राज्य में 40 हजार से अधिक स्काउट्स स्वयं सेवक पंजीकृत हैं। भारत स्काउट एंड गाइड्स हिमाचल प्रदेश के राज्य सचिव डॉ. राजकुमार ने सभी का आभार व्यक्त किया।


इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय करसोग के रोवर्स और रेंजर ने एक लघु नाटिका तथा बीएल सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल कुनिहार के कब्स-बुलबुल्स ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। राज्यपाल ने स्काउट्स एंड गाइड्स द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में भी गहन रूचि दिखाई।  शिमला नगर निगम की मेयर सत्या कौंडल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

प्रमुख खबरें

खालिस्तानियों को खत्म करने के लिए India के साथ आया न्यूजीलैंड, जाने फिर क्या हुआ अंजाम

Maharashtra Elections: शराब के शौकीनों के लिए बुरी खबर, मुंबई समेत कई शहरों में चार दिनों तक Dry Day का ऐलान

जब आधी दुनिया सो रही थी, तब भारत ने रात में दागा सबसे खतरनाक हथियार, कई देशों में भगदड़

सीएम पिनरई विजयन पर बरसी कांग्रेस और IUML, लगाया भाजपा-आरएसएस का साथ देने का आरोप