By रेनू तिवारी | Jun 30, 2022
उदयपुर (राजस्थान)। उदयपुर में एक दर्जी का कथित तौर पर सिर काटने वाले दो लोगों के संबंध प्रतिबंधित आतंकी संगठन ISIS से हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि आरोपी 30 मार्च को जयपुर में सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने की साजिश का हिस्सा थे। धर्म के नाम पर की गयी दर्जी की हत्या ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है। झीलों का शहर कहा जानें वाला उदयपुर बंद हैं। शहर में धारा 144 लगी हैं। लोगों को बेवजह घर से बाहर न आने के लिए कहा गया है। दर्जी की निर्मम हत्या से लोगों में भारी गुस्सा है।
उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में ‘सर्व हिन्दू समाज’ की ओर से निकाली गई रैली में हजारों लोग शामिल हुए। जिला प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद हिन्दू संगठन ‘सर्व हिन्दू समाज’ की ओर से आहूत रैली शांतिपूर्ण तरीके से टाउन हाल से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली गई।
उदयपुर में मौजूद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश ने बताया कि रैली के लिये अनुमति प्रदान की गई थी और रैली के रास्ते पर कर्फ्यू में ढील दी गई। रैली को ‘मौन मार्च’ बताया गया था, लेकिन कुछ सदस्यों ने हिन्दू धर्म के समर्थन में नारे लगाये। कुछ लोग भगवा झंडे लिए भी नजर आए। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत परिवार से मिले। उन्होंने वारदात को अंदाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई करने का आश्वासन भी दिया है।
एनआईए सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार दोनों आरोपियों को पूछताछ के लिए दिल्ली लाया जाएगा और उनके मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। जांच एजेंसियों को शक है कि हत्या को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने ISIS के वीडियो से प्रेरणा ली थी। एनआईए की टीम दोनों आरोपियों के पोस्ट और चैट समेत सोशल मीडिया से जुड़ी जानकारियां हासिल करने के लिए साइबर और फोरेंसिक टीमों की मदद ले रही है। दावत-ए-इस्लाम से इनके संबंधों की भी जांच की जा रही है।
पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी के माध्यम से, वे आईएसआईएस के एक दूरस्थ स्लीपर संगठन अल-सूफा से जुड़े थे। दो आरोपियों में से एक मोहम्मद रियाज "अटारी" उदयपुर में अल-सूफा का मुखिया था। वह आईएसआईएस आतंकवादी मुजीब से भी जुड़ा था, जिसे पहले टोंक से गिरफ्तार किया गया था। रियाज शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे हैं।