इंदौर। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद में दिये ‘रेनकोट’ वाले बयान का पूर्व भाजपा महासचिव संजय जोशी ने आज जोरदार बचाव करते हुए कहा कि मनमोहन ‘दागदार सरकार के दागदार मुखिया’ रहे हैं और जनता पिछले लोकसभा चुनावों में उनकी अगुवाई वाली यूपीए सरकार को सत्ता से बेदखल कर चुकी है। जोशी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मनमोहन सिंह के दागदार सरकार के दागदार मुखिया रहने के बावजूद प्रधानमंत्री ने उन्हें केवल एक उपमा दी है। देशवासी पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के खिलाफ अपना जनादेश पहले ही दे चुके हैं।’
उन्होंने भाजपा के विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि मनमोहन ने जब राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान नोटबंदी को ‘संगठित लूट’ का मामला बताया था, तब किसी ने उनकी इस भाषा पर आपत्ति नहीं जतायी थी। जोशी लम्बे समय से मोदी के धुर विरोधी माने जाते रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री को लेकर उनके सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं।
मोदी को लेकर उनके ‘हृदय परिवर्तन’ की वजह पूछे जाने पर पूर्व भाजपा महासचिव ने कहा, ‘वह (मोदी) हमारे नेता हैं। मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं।’ भाजपा में हाशिये पर चल रहे वरिष्ठ नेता से जब पूछा गया कि वह सक्रिय राजनीति में कब लौटेंगे, उन्होंने सीधे जवाब से बचते हुए कहा, ‘मैं भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता हूं और रहूंगा।’ जोशी ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन की आयोजित मशीनरी प्रदर्शनी ‘ग्रेनेक्स इंडिया’ के उद्घाटन समारोह में भाग लेने इंदौर पहुंचे थे।
इस समारोह में उन्होंने नोटबंदी के लिये मोदी सरकार की तारीफ की और 500 व 1,000 रुपये के नोटों को अमान्य किये जाने को काले धन के खिलाफ बड़ा कदम बताया। उन्होंने प्रदर्शनी में शामिल व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘नोटबंदी आज कई लोगों को संकट लग रही है। लेकिन यह फैसला भविष्य में देश की तरक्की के लिये अच्छा साबित होगा। इससे कर व्यवस्था पारदर्शी बनेगी और डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।’ जोशी ने प्रस्तावित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की भी सराहना की और कहा कि यह ‘ऐतिहासिक कर व्यवस्था’ सभी लोगों के लिये उपयोगी साबित होगी।