By Satya Prakash | Aug 27, 2021
अयोध्या। राम मंदिर निर्माण के लिए सत्ता का त्याग करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह के निधन पर अयोध्या में संतों श्रद्धांजलि दी। अयोध्या स्थित राम कथा पार्क में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संतो ने श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर मंच को यादों से सजाया। जहां 30 वर्ष पूर्व हुए राम मंदिर आंदोलन के इतिहास को याद किया गया। और इस दौरान राम मंदिर ट्रस्टी के साथ संघ व विश्व हिंदू परिषद के लोग भी मौजूद रहे।
अयोध्या की सभी पर स्थत राम कथा पार्क में मंदिर निर्माण के लिए अपने सत्ता का परित्याग विवादित ढांचा को गिराने वाले कारसेवकों पर किसी प्रकार की कार्यवाही ना करने का आदेश देने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को याद करते हुए। अयोध्या के संतों ने प्रतिमा लगाए जाने की मांग उठाई है। तो वही राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राम मदिर आंदोलन की याद को ताजा करते हुए बताया कि स्वर्गीय कल्याण सिंह ने अप्रत्यक्ष रूप से मंदिर निर्माण आंदोलन की भूमिका निभाई है। इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
अयोध्या में स्वर्गीय कल्याण सिंह की श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रबंध समिति के सदस्य भैया जी जोशी, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास, राज कुमार दास, राम मंदिर आंदोलन के सहयोगी रहे पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती, वर्तमान सांसद लल्लू सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने अयोध्या पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रबंध समिति के सदस्य भैया जी जोशी ने 2 शब्दों में श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया है। उस मार्ग को और समृद्ध करेंगे यही हमारा दायित्व है।
तो वहीं राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने कहा कि स्वर्गीय कल्याण सिंह पूर्व मुख्यमंत्री थे। यह सारी बातें महत्वपूर्ण नहीं है। और उन्होंने अपने इस पदों का प्रयोग अपने उद्देश्य पूर्ति के लिए किया यह अत्यंत सराहनीय बात है। वही कहा कि स्वर्गीय कल्याण सिंह उस महान व्यक्ति के रूप में इतिहास में जाने जाएंगे। जिन्होंने भव्य दिव्य राम मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त किया। जब तक यह ढांचा टूटा नहीं होता तब तक मंदिर निर्माण का कार्य नहीं होता। वही बताया कि वो संकल्पित सत्ता का त्याग करने के लिए निरंतर तैयार थे। ऐसा एक तेजस्वी पुरुष हम लोगों ने देखा है। जो कि हम लोगों के निरंतर स्मरणीय रहेगा। वही कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राम जन्मभूमि तक आने वाले मार्ग को कल्याण सिंह पथ बनाए जाने के फैसले से खुश हैं और कहां की यह नाम निरंतर प्रेरणा देगा।