By सत्य प्रकाश | Oct 07, 2021
अयोध्या। भारत के हिंदू राष्ट्र घोषित किये के जाने को लेकर जल समाधि लेने का ऐलान करने वाले परमहंस दास को अयोध्या के संत समिति ने फर्जी करार देते हुए बहिष्कार कर दिया है। अयोध्या के संतों की माने तो फर्जी तरीके से खुद को जगद्गुरू घोषित किया और अलग अलग तरीके से समाज मे संत के नाम पर ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
दरसल परमहंस दास कुछ वर्ष पहले ही मीडिया के कारण अस्तित्व में आने के लिए तरह तरह के बयान देते रहे हैं। वहीं कई बार अनशन किया चिता भी सजाई और अंत तक आने बयान से मुखर हो गए इस बार भी एक और बड़ा ऐलान कर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित न किए जाने पर बाद 2 अक्टूबर को सरयू नदी में जल समाधि लेंगे इसके बाद उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया गया और फिर अपने बयान देते हुए 7 नवंबर 2021 को दिल्ली के रामलीला मैदान में आमरण अनशन करेंगे।
अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास ने परामहंस दास को फर्जी जगद्गुरु होने का दावा कर रहा है। जब कि देश में संतो को शंकराचार्य महामंडलेश्वर जगतगुरु महंत श्री महंत बनाए जाने की अलग-अलग परंपरा होती है। और पद दिए जाने को लेकर संत समिति निर्णय लेती है जिसके कारण अयोध्या के संतों ने महंत परमहंस दास का बहिष्कार करते हुए संत समिति से बाहर कर दिया है। वही बताया कि कब तक की छावनी के महंत सर्वेश्वर दास ने पहले ही स्थान से बहिष्कृत कर चुके हैं।