By रेनू तिवारी | Jun 01, 2023
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को उत्तर पश्चिमी दिल्ली के शाहबाद डेयरी में अपराध के दृश्य को फिर से रिक्रिएट किया, जहां 20 वर्षीय साहिल ने कथित तौर पर साक्षी नाम की 16 वर्षीय लड़की की हत्या कर दी थी। पुलिस ने पीड़िता के तीन दोस्तों के बयान भी दर्ज किए हैं। ताजा सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें पीड़िता अपनी हत्या से कुछ मिनट पहले सड़क पर चलती दिख रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोपी के लिए मौत की सजा की मांग की है और आरोप लगाया है कि हत्या "लव जिहाद" का नतीजा थी। इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना को मंजूरी देने के लिए फाइल भेज दी है।
कोर्ट ने साहिल की पुलिस हिरासत तीन दिन के लिए बढ़ा दी
दिल्ली की रोहिणी अदालत ने आज आरोपी साहिल की पुलिस हिरासत तीन दिन और बढ़ा दी। उसे अपनी कथित प्रेमिका साक्षी की हत्या के मामले में अदालत में पेश किया गया था।
साहिल के बारे में जानते थे साक्षी के पिता, दूर रहने को कहा था: FIR
दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में साक्षी की उसके प्रेमी द्वारा नृशंस हत्या के मामले में पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी से पता चलता है कि साक्षी के पिता को उनके अफेयर के बारे में पता था। मृतका के पिता जनक राज ने प्राथमिकी में उल्लेख किया है, "वह अक्सर उसके बारे में बात करती थी, और हम उसे सलाह देते थे कि उसकी उम्र में यह उचित नहीं है। हालांकि, वह हमेशा इसका विरोध करती थी और नाराज होकर अपनी सहेली नीतू के घर चली जाती थी।"
हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ने के लिए सभी पहलुओं पर गौर कर रही पुलिस : डीसीपी
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) रवि कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस सभी पहलुओं पर गौर कर रही है क्योंकि पूछताछ जारी है। उन्होंने कहा, "हम कड़ियों को जोड़ने के लिए सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं। हम घटना में शामिल सभी व्यक्तियों की भूमिका का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं। हमारी टीमें अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार को बरामद करने की कोशिश कर रही हैं।"
साक्षी की हत्या ने समाज और देश पर गहरे सवाल खड़े किए हैं: आप नेता आतिशी
दिल्ली की महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी ने कहा कि शाहबाद डेयरी इलाके में किशोरी की हत्या ने समाज और देश के सामने गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर गलती कहां हुई। दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डीसीपीसीआर) के चौथे अंक "चिल्ड्रन्स फर्स्ट जर्नल ऑन चिल्ड्रन लाइव्स" का विमोचन करते हुए आतिशी ने कहा कि पत्रिका बच्चों के लिए एक समान, न्यायपूर्ण और खुशहाल जगह बनाने के लिए एक अनुस्मारक है।