वही पीड़ित युवती ने बताया मेरी एसएसएफ के जवान अजीत चौहान से 21 अक्टूबर 2020 को सगाई हुई थी। कुछ दिन बाद वह परेशान करने लगा। साइको टाइप की हरकतें करता था। कभी-कभी धमकाता भी था। बाद में मेरे दोस्त, रिश्तेदारों को फोन करके परेशान करने लगा। मई 2021 में हमारी शादी होने वाली थी लेकिन मैंने मना कर दिया। मंगलवार रात करीब 11.30 बजे के बाद अजीत मेरे घर में घुसा और सीधे मेरे रूम में आ गया। उसके पास राइफल थी। वह कहने लगा कि मुझसे शादी करोगी या नहीं। मैंने उससे कहा कि तुम वापस जाओ, अपने परिवार को लेकर आना तब बात करेंगे। इस पर वह गुस्सा हो गया और शादी नहीं करने पर जान से मारने की धमकी देने लगा। मेरी मां जानकी और भाई रितेश बीच-बचाव के लिए आ गए। इस पर आरोपी अजीत ने मेरे भाई रितेश को गोली मार दी।
इसके बाद उसने मां पर भी फायर किया। मैंने और पापा ने मिलकर किसी तरह उससे राइफल छुड़ाई वर्ना वह हम सबको मार देता। राइफल छुड़ाने के बाद हमने उसे किचन में बंद कर दिया। जैसे-तैसे जान बचाकर भाई और मां को अस्पताल ले गए। लेकिन भाई को नहीं बचाया जा सका। मां की स्थिति अभी स्थिर है। वही पड़ोसियों ने बताया कि आरोपी को जब किचन में बंद किया गया, तो वह जोर-जोर से चीखने लगा। उसने किचन के अंदर ही अपनी पुलिस की वर्दी भी जला डाली। इसके बाद पुलिस भी मौके पर आ गई और आरोपी जवान को बाहर निकाला। इधर, डीआईजी ने सरकारी राइफल से हत्या करने का मामला सामने आने के बाद आरोपी जवान और लापरवाही बरतने पर कमांडर चंद्रभूषण पाराशर को निलंबित कर दिया।