By अभिनय आकाश | May 15, 2020
महाराष्ट्र के पालघर लिंचिंग केस में साधुओं का केस लड़ रहे वकील दिग्विजय त्रिवेदी की सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा बुधवार को मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर हुआ। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी और विश्व हिन्दू परिषद ने इस मौत पर सवाल उठा दिए हैं। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने महाराष्ट्र सरकार से सवाल पूछा कि साधुओं की बात करने वालों पर हमला क्यों हो रहा है। संबित ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि- "पालघर में संतो की हत्या मामले में वीएचपी के वकील दिग्विजय त्रिवेदी की सड़क हादसे में मृत्यु हो गयी। यह खबर विचलित करने वाली है। पात्रा ने लिखा किी क्या ये केवल संयोग है की जिन लोगों ने पालघर मामले को उठाया उनपर या तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमला किया या एफआईआर कराया?
भाजपा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने जांच की मांग करते हुए ट्वीट किया कि यह चौंकाने वाला है और इसकी जांच होनी चाहिए। मैं महाराष्ट्र के डीजीपी और मुख्यमंत्री से इस मामले की जांच के आदेश देने के मांग करता हूं। वहीं विश्व हन्दू परिषद के प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने न्यायिक जांच की मांग की है।
पालघर मॉब लिंचिंग में दो साधु और एक कार ड्राइवर की हत्या के मामले में कोर्ट जा रहे वकील दिग्विजय त्रिवेदी की सड़क हादसे में मौत हो गई। वहीं उनकी एक सहयोगी महिला वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गई हैं। खबरों के अनुसार 13 अप्रैल को साधु मॉब लिंचिंग मामले में संतों की तरफ से केस लड़ने के लिए वकील पीएन ओझा और उनके जूनियर वकील दिग्विजय त्रिवेदी दहाणु कोर्ट जाने के लिए अपनी-अपनी कार लेकर निकले थे। जानकारी के मुताबिक कार त्रिवेदी चला रहे थे, अचानक उन्होंने नियंत्रण खो दिया जिसके चलते कार बाईं ओर मुड़कर डिवाइडर से टकरा गई।
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गौरतलब है कि कि अप्रैल महीने में पालघर के गड़चिनचले गांव में भीड़ ने दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। स्थानीय पुलिस और राज्य सीआईडी अब तक 134 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।