By अनुराग गुप्ता | Dec 13, 2018
नई दिल्ली। पर्यवेक्षकों की बैठक से पहले राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पर्यवेक्षकों ने सभी की बाते सुनी और वह दिल्ली पहुंच गए हैं। अब फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे। हालांकि, बीते दिन बड़ी शांति पूर्ण तरीके से विधायक दल की बैठक हुई और उसमें मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर नहीं लगाई जा सकी। इसी को देखते हुए विधायक दल ने राहुल गांधी पर अंतिम फैसला छोड़ दिया है।
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वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हालात भी कुछ ऐसे ही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश के संभावित मुख्यमंत्री कमलनाथ हो सकते हैं। जबकि, राजस्थान में राहुल युवाओं की आवाज रखने वाले सचिन पायलट को और छत्तीसगढ़ के लिए प्रदेश पार्टी अध्यक्ष भूपेश बघेल को कमान सौंप सकते हैं।
कांग्रेस के भीतर मुख्यमंत्री के नाम पर जल्द से जल्द फैसला लेने का दबाव देखते हुए आलाकमान ने दोनों नेताओं को गुरूवार की सुबह दिल्ली बुला लिया है। दोनों नेताओं द्वारा बताया जा रहा है कि विधायकों का समर्थन उनके पास है, जिसके बाद नेताओं ने अंतिम फैसला आलाकमान के हाथों पर छोड़ा है।
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उल्लेखनीय है कि बुधवार को जयपुर में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। जिसके देखते हुए कांग्रेस के आलाकमान ने दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाया। दिल्ली रवाना होने के लिए गहलोत और सचिन हवाईअड्डा पहुंचे ही थे कि उन्हें फोन करके वापस बुला लिया गया।