By अंकित सिंह | Mar 27, 2023
क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। यहां कोई रिकॉर्ड परमानेंट नहीं रहता और ना ही कोई भी चीज असंभव है। ताजा उदाहरण हमने वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए टी-20 मुकाबले में भी देखा। वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 259 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था। लेकिन दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया। हालांकि, यह लक्ष्य क्रिकेट के किताब में इतना आसान तो नहीं है। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने अपने खेल से जबरदस्त धमाल मचाते हुए इस लक्ष्य को बौना साबित कर दिया। दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच यह मुकाबला सेंचुरियन में खेला गया था। बल्लेबाजी के लिए पिच काफी अनुकूल थी। वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने इसका फायदा भी उठाया और 258 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। वह भी 5 विकेट के नुकसान पर।
वेस्टइंडीज के बल्लेबाज जॉनसन चार्ल्स ने महज 46 गेंदों में 118 रनों की धमाकेदार पारी खेली। इसमें 11 छक्के और 10 चौके शामिल थे। चार्ल्स ने सिर्फ 39 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। रिकॉर्ड देखे तो वेस्टइंडीज के किसी प्लेयर का यह सबसे तेज शतक T20 क्रिकेट में है। इतने बड़े लक्ष्य को सेट करने के बाद शायद ही वेस्टइंडीज की टीम ने यह सोचा हो कि उन्हें इस मुकाबले में हार का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम शुरू से ही अपने लय में नजर आ रही थी। दक्षिण अफ्रीका के सलामी और अनुभवी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक और रीजा हेंड्रिक्स ने धमाकेदार बल्लेबाजी से पावरप्ले में ही 102 रन बना डाले। डिकॉक में तो 15 गेंदों में ही अपना अर्धशतक जड़ दिया था। क्विंटन डी कॉक ने 45 गेंदों में 9 चौके और 8 छक्कों की मदद से अपना शतक पूरा किया। वे 100 रन के स्कोर पर आउट हो गए तब दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 10.5 ओवर में 1 विकेट पर 152 रन था।
बावजूद इसके दक्षिण अफ्रीका का मैच पर दबदबा जारी रहा। बाकी के अन्य बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए टीम को जीत दिलाई। रीजा हेंडरिक्स ने 28 गेंदों में 68 रनों की पारी खेली। कप्तान एजेन मार्करम का भी योगदान शानदार है जिन्होंने 21 गेंदों में 38 रन बनाए। इस मुकाबले में कुल 570 रन बने। यह किसी भी एक टी-20 मैच में सर्वाधिक है। इसमें वेस्टइंडीज की ओर से 22 छक्के लगे जबकि दक्षिण अफ्रीका की ओर से 13 छक्के लगे। आपको बता दें कि कल का मुकाबला देखने के बाद एक बार फिर से फैंस को मार्च 2006 की कहानी याद आ गई होगी। उस वक्त भी दक्षिण अफ्रीका की टीम ने ऑस्ट्रेलिया के 434 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्य को बौना साबित करते हुए इसे हासिल कर लिया था।