बिश्केक (किर्गिस्तान)| विदेश मंत्री एस. जयशंकर तीन मध्य एशियाई देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से किर्गिस्तान, कज़ाखस्तान और आर्मेनिया की अपनी चार दिवसीय यात्रा के तहत रविवार को यहां पहुंचे।
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर 11-12 अक्टूबर तक कजाखस्तान की यात्रा पर रहेंगे जहां वे एशिया में संवाद एवं विश्वास निर्माण के उपाय (सीआईसीए) पर छठे मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
सीआईसीए की बैठक कजाखस्तान की राजधानी नूर-सुल्तान में हो रही है। कजाखस्तान इस समूह का वर्तमान अध्यक्ष है। यहां मनास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के तुरंत बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘विदेश मंत्री रुस्लान कजाकबायेव के निमंत्रण पर किर्गिस्तान के बिश्केक पहुंचने पर खुशी हुई। सकारात्मक यात्रा की उम्मीद है।’’
हवाई अड्डे पर जयशंकर का स्वागत किर्गिस्तान के उप विदेश मंत्री ऐबेक अर्तिकबाएव और भारतीय राजदूत आलोक ए. डिमरी ने किया। यहां भारतीय दूतावास ने मंत्री के बिश्केक आगमन की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया। बिश्केक में अपने प्रवास के दौरान, जयशंकर राष्ट्रपति सदिर जापरोव से मुलाकात करने के अलावा किर्गिस्तान के अपने समकक्ष के साथ बातचीत करेंगे।
मंत्रालय के अनुसार, विदेश मंत्री के रूप में यह उनका देश का पहला दौरा होगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा के दौरान कुछ समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है। पता चला है कि तीन मध्य एशियाई देशों के नेताओं के साथ जयशंकर की बातचीत में अफगानिस्तान का घटनाक्रम प्रमुखता से उठने की उम्मीद है।
जयशंकर 12 से 13 अक्टूबर तक आर्मेनिया का दौरा करेंगे, इस दौरान वह अपने आर्मेनियाई समकक्ष अरारत मिर्जोयान के साथ बैठक करेंगे और प्रधानमंत्री निकोल पशिनयान से मुलाकात करेंगे।