By Kusum | Jan 06, 2025
टीम इंडिया के युवा स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल ने साल 2021 में गाबा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के मैच में 91 रनों की पारी खेली थी तो सभी को लगा कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अगला महान टेस्ट बल्लेबाज मिल गया है। इसके बाद अधिकांश लोगों को यही उम्मीद थी कि वह विराट कोहली के उत्तराधिकारी साबित हो सकते हैं। वह स्वाभाविक रूप से आक्रामक बल्लेबाज थे, लेकिन टेस्ट क्रिकेट को संयमित ढंग से खेलते थे। हालांकि, चार साल बाद वे 32 टेस्ट मैच तो खेल गए, लेकिन उनका औसत 35.05 का ही है। वहीं अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर एस बद्रीनाथ ने एक बड़ा हमला शुभमन गिल और बीसीसीआई की सिलेक्शन कमिटी पर बोला है।
एस बद्रीनाथ का मानना है कि शुभमन गिल को भारतीय टीम मैनेजमेंट की ओर से काफी मौके मिले हैं। उन्होंने तीन मुख्य कोचों के साथ खेला है। सभी ने उन पर भरोसा जताया है लेकिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुब्रमण्यम बद्रीनाथ इससे इत्तेफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि वे टीम में इसलिए हैं क्योंकि वो नॉर्थ इंडिया से हैं। स्टार स्पोर्ट्स तमिल पर उन्होंने बीसीसीआई पर पक्षताप का आरोप लगाया और कहा कि, अगर शुभमन गिल तमिलनाडु के होते तो उन्हें बाहर कर दिया जाता। मेरे लिए ये देखना बहुत मुश्किल है। उस स्तर के लिए, वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं।
उन्होंने कहा कि, अगर आप रन नहीं बना सकते, तो कम से कम इंटेंट और आक्रामकता तो दिखाएं। मैं चाहता था कि वह गेंदबाजों को थका दें और गेंद को पुराना कर दें। अपने साथियों की मदद करें और रन ना बनने पर भी डटे रहे। 100 गेंद खेलें और गेंदबाजों को थका दें। यही आपका टीम में योगदान माना जाता। लाबुशेन और मैकस्वीनी ने कुछ मैचों में ऐसा किया। बहुत सारी डॉट बॉल खेलकर, उन्होंने वास्तव में बुमराह को चोटिल कर दिया था। गिल इस सीरीज में 3 मैच खेले और तीनों मैचों में बुरी तरह फ्लॉप रहे।