By अंकित सिंह | Feb 22, 2022
रूस-यूक्रेन सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस तनाव ने पूरी दुनिया को गहरी चिंता में डाल दिया है। इन सबके बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के दो क्षेत्र ‘‘दोनेत्स्क और लुहांस्क गणराज्य’’ को स्वतंत्रता की मान्यता देने की मंजूरी दे दी है जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। साथ ही साथ इस बात की भी आशंका बढ़ गई है कि मास्को यूक्रेन पर कभी भी आक्रमण कर सकता है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि आखिर रूस-यूक्रेन विवाद में भारत का स्टैंड क्या है? भारत के लिए यह तनाव किसी धर्म संकट से कम नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि भारत का रूस, यूक्रेन और अमेरिका तीनों के साथ अच्छे रिश्ते हैं।
टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा आवश्यक है। 20,000 से अधिक भारतीय छात्र और नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहते और पढ़ते हैं। भारतीयों की सलामती हमारी प्राथमिकता है। दूसरी ओर भारत ने यूक्रेन में एक ताजा परामर्श जारी कर भारतीय नागरिकों से कहा कि यदि उनका प्रवास जरूरी नहीं है तो वे अस्थायी रूप से देश छोड़ दें। साथ ही भारत ने यूक्रेन में दूतावास कर्मियों के परिवार के सदस्यों से वापस घर लौटने को कहा है। एयर इंडिया ने भी 22 फरवरी, 24 फरवरी और 26 फरवरी, 2022 को भारत-यूक्रेन के बीच 3 उड़ानें संचालित करेगी। बुकिंग एयर इंडिया बुकिंग कार्यालयों, वेबसाइट, कॉल सेंटर और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से खुली है। खबर यह है कि भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया की विशेष जहाज आज सुबह भारत से यूक्रेन के लिए रवाना हुई। ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को 200 से अधिक सीटों की क्षमता वाले विशेष अभियान के लिए तैनात किया गया है। यूक्रेन से स्पेशल फ्लाइट आज रात दिल्ली पहुंचेगी।