जम्मू और कश्मीर पर भारत के फैसले से पिछले पांच दिनों से बेचैन पाकिस्तान को एक और करारा झटका लगा है। कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कवायद में लगे इमरान खान को एक बार फिर निराशा हाथ लगी। रूस ने कश्मीर पर भारत के लिए फैसले का समर्थन किया है। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इस मुद्दे को देख रहे हैं. भारत ने जम्मू और कश्मीर को दो भागों में विभाजित और केंद्रशासित प्रदेश बनाने का फैसला संविधान के अनुसार ही लिया है। हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच मतभेद को द्विपक्षीय राजनीतिक और कूटनीतिक तरीके से हल कर लिया जाएगा। हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार के इस फैसले से दोनों देशों के बीच तनाव नहीं बढ़ेगा। इससे पहले अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर पर उसकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है और उसने भारत तथा पाकिस्तान से शांति एवं संयम बरतने और सीधी बातचीत कर आपसी मतभेद दूर करने का आह्वान किया।
कश्मीर पर भारत के लिए फैसले से बौखलाया पाकिस्तान लगातार एक-एक कर प्रतिक्रियाएं दे रहा है। कभी भारत के साथ सभी द्विपक्षीय रिश्ते समाप्त करने के फैसले की घोषणा करता है कभी समझौता और थार एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन रोक देता है। कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने और विश्व की बड़ी शक्तियों को इस मुद्दे पर दखल देने की अपील कर रहे पाकिस्तान को हर जगह से निराशा ही हाथ लग रही है।