पंजाब में कांग्रेस के अंदर अब भी घमासान जारी है। पंजाब में मची हलचल को लेकर सबकी निगाहें आलाकमान पर जाकर टिक गई है। हाल में ही पंजाब में मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह को इस्तीफा देना पड़ा और चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया। माना जा रहा है कि इन तमाम घटनाक्रम के पीछे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का सबसे बड़ा रोल था। चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण समारोह में भी राहुल गांधी पंजाब पहुंचे थे और एकजुटता का संदेश दिया था। इस घटनाक्रम को अभी 10 दिन भी नहीं बीते थे कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और यह कह दिया कि वह हक की लड़ाई जारी रखेंगे।
राहुल का केरल दौरा
नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब में एक बार फिर से हलचल बढ़ गई है। नवजोत सिंह सिद्धू का साथ देने के लिए एक मंत्री ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है तो कई कांग्रेस के सदस्यों ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है। पंजाब कांग्रेस में यह हलचल ऐसे समय में है जब वहां विधानसभा चुनाव में अब 6 महीने से भी कम वक्त बचा हुआ है। इन तमाम घटनाक्रमों के बीच आज राहुल गांधी केरल दौरे पर निकल गए हैं। वह आज सुबह कलीकट हवाई अड्डे पर पहुंचे और वहां से वह कोझिकोड और मालापुरम जाएंगे। आपको बता दें कि राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनाव में केरल की वायनाड सीट से ही चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे।
केजरीवाल का दौरा
पंजाब में मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में आम आदमी पार्टी इस मौके का भरपूर फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। अरविंद केजरीवाल लगातार पंजाब का दौरा कर रहे हैं। वही कांग्रेस की स्थिति को देखते हुए अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए अरविंद केजरीवाल आज ही पंजाब के दौरे पर जा रहे हैं। माना जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल पंजाब में अपनी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के नाम का उजागर कर सकते हैं। यही कारण है कि राहुल गांधी की परिपक्वता पर अब सवाल उठाए जा रहे है। माना जा रहा है कि जब पार्टी एक राज्य में संकट में है तो वहां आप महत्वपूर्ण भूमिका में निर्णय ले सकते हैं। यह दौरे वर्तमान समय में टाले जा सकते थे।