By Anoop Prajapati | Oct 09, 2024
पिछले विधानसभा चुनाव में रिसोड सीट से निर्दलीय उम्मीदवार अनंतराव देशमुख के खिलाफ मामूली अंतर से चुनाव जीतने वाले अमित सुभाषराव जनक अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। उनके पिता और दादा भी रिसोड सीट से कई बार विधायक चुने जा चुके हैं। जो हर बार कांग्रेस के टिकट पर ही विधानसभा में पहुँचने में सफल रहे थे। उनके ऊपर इस चुनाव में अपनी इस विरासत को संभालने की बड़ी चुनौती होगी। अमीत सुभाषराव ज़नक महाराष्ट्र विधान सभा के सदस्य हैं।
अनंतराव देशमुख अपनी पढ़ाई पूरी कपने के बाद इंजीनियरिंग के पेशे में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार थे। लेकिन 28 अक्टूबर 2014 को उनके पिता की अचानक मृत्यु हो गई। जिसके बाद उन्हें 28 साल की उम्र में राजनीति की दुनिया में कदम रखना पड़ा। लेकिन उन्होंने वाशिम जिले के रिसोड निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव जीतकर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। यह सीट उनके पिता सुभाष ज़नक , पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री की हृदयाघात के कारण मृत्यु के बाद खाली हुई थी। ज़नक राजनेताओं के ज़नक परिवार की तीसरी पीढ़ी से हैं।
उन्होंने अपने संविधान में अनेक सुविधाएं देने का दावा किया। जिनमें सब स्टेशन और अनेक लघु सिंचाई परियोजनाएं बनाना, ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराना, यूपीएससी और एमपीएससी परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षण केंद्र शुरू करना तथा युवाओं के लिए व्यायामशाला शुरू करना शामिल है। मार्च 2017 को ज़नक को 18 अन्य विधायकों के साथ राज्य के बजट सत्र के दौरान महाराष्ट्र के वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को बाधित करने और चार दिन पहले विधानसभा के बाहर बजट की प्रतियां जलाने के लिए 31 दिसंबर तक निलंबित कर दिया गया था।
15 अक्टूबर 2014 को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अमीत ज़नक ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के टिकट पर रिसोड निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। अशोक चव्हाण कथित तौर पर अमीत ज़नक को रिसोड से कांग्रेस उम्मीदवार बनाने के लिए बहुत उत्सुक थे। अमीत ज़नक ने उसी निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक भाजपा के श्री विजय जाधव को हराया। इस चुनाव में अमीत ज़नक को 73,391 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी श्री विजय जाधव को 61,285 वोटों से संतोष करना पड़ा था।