By अभिनय आकाश | Jan 20, 2023
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के साथ एक प्री-हॉलिडे वीडियो कॉल में कोविड से लड़ने के लिए अधिक से अधिक प्रयासों का आह्वान किया। जिनपिंग ने व्यक्तिगत रूप से यात्रा करने के बजाय आभासी रूप से आयोजित किया। शी ने कहा कि मौजूदा प्रकोप "भयंकर" है और चीन को अभी भी कठिन दौर से गुजरना पड़ रहा है। राज्य उन्होंने कहा कि देश की कोविड लड़ाई के लिए दृढ़ता की आवश्यकता है क्योंकि "सुबह अभी आने वाली है"। चीन में लूनर न्यू ईयर की छुट्टियों के दौरान एक दिन में 36,000 कोविड मौतें होने की संभावना जताई गई है, जो इसे महामारी के सबसे घातक समयों में से एक बनाता है। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशनकी तरफ से कहा गया है कि अब वो नए कोरोना केस के बारे में सूचना नहीं प्रदान करेगा। जबकि स्टेट हेल्थ एजेंसी की तरफ से बीते 3 सालों में हर दिन कोरोना के मामलों की जानकारी दी जाती थी। लेकिन इन सब के बीच कोरोना से हुई मौतों को लेकर चीनी मानवाधिकार कार्यकर्ता की तरफ से एक चौंकाने वाला दावा किया गया है।
चीनी मानवाधिकार कार्यकर्ता ने दावा किया है कि चीन रोजाना हजारों की संख्या में कोरोना से मृत लोगों के शवों का अंति संस्कार के लिए नए तकनीक का प्रयोग कर रहा है। चीन की ब्लॉगर और व्हिसल ब्लोओर जेनिफर जेंग ने ट्टिटर पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि कोरोना ने चीन में कोहराम मचाया हुआ है और इसकी वजह से जानलेवा वायरस की चपेट में आकर जान गंवाने वाले लोगों के आंकड़ों से चीन परेशान हो उठा है। चीन ने कोविड से मरने वालों के अंतिम संस्कार के लिए एक ऐसी तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है जिससे महज कुछ सेकेंड में ही मृत शरीर पाउडर में तब्दिल हो जाता है।
क्या है और कैसे काम करती है आइस ब्यूरियल तकनीक
चीनी ब्लाॉगर के अनुसार अंति संस्कार परीक्षण के लिए वुहान शहर में इसे शुरू किया गया है। इस प्रक्रिया में लाशों को तुंरत की तरल नाइट्रोजन में माइनस 196 डिग्री पर जमाया जाता है। फिर मशीन से उसे पलभर में ही पाउडर में बदल दिया जाता है। इस खास प्रक्रिया में किसी शव के दाह संस्कार या दफनाने की तुलना में बेहद ही कम समय लगता है। इसका वीडियो भी जेनिफर जेंग ने अपने ट्विटर अकाउंट से पोस्ट किया है।