भोपाल। सरपंच से सांसद का सफर तय करने वाले मध्य प्रदेश के रीवा जिले के सांसद सरंपचों के भ्रष्टाचार में पक्षधर हैं। सांसद का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह 15 लाख रुपये तक का भ्रष्टाचार करने की वकालत करते नजर आए।
दरअसल जनार्दन मिश्रा ने भ्रष्टाचार करने की वजह बताई है। मिश्रा ने कहा कि जब मेरे पास लोग सरपंच की शिकायत लेकर आते है तो मैं उन्हें सरपंच के भ्रष्टाचार की वजह बताता हूं।
इसे भी पढ़ें:सिंधिया ने बदला इतिहास, पहुंचे रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल, कांग्रेस ने कसा तंज
सांसद नें कहा पहली बार सरपंच बनने में 7 लाख रूपये का खर्च हो जाता है और दूसरे पंचवर्षीय चुनाव लडने के लिए भी 7 लाख रुपये बचाने पडते है महंगाई बढ़ी तो 2 लाख रुपये और खर्च करने पड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि इसलिए 15 लाख रुपये तक का भ्रष्टाचार जायज है इससे ऊपर भ्रष्टाचार करना गलत है। जर्नादन ने कहा कि समाज और राजनेताओं के लिए चुनौती है कि सरंपच बिना पांच लाख रूपये खर्च किये बगैर चुनाव नही जीत सकता। यह समाज की गंदी तस्वीर है पैसे के बल पर सत्ता और सत्ता के बल पर पैसा।
इसके बाद लगातार दूसरी बार बीजेपी से रीवा संसदीय सीट के सांसद चुने गए है। गत रविवार को ब्रम्हाकुमारी संस्थान द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मीडिया कार्यशाला के दौरान सांसद ने ये सब कुछ कहा है।
आपको बता दें कि अपनी विवादित बयानबाजी को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले रीवा संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा का अब एक अजीबोगरीब बयान चर्चा में आ गया है। जिसमें सांसद जनार्दन मिश्रा ने सरपंचों के द्वारा किए गए 15 लाख रुपए के भ्रष्टाचार को भ्रष्टाचार से मुक्त किया है। तथा उन्होंने इतनी रकम के भ्रष्टाचार पर सरपंचों को माफी दिए जाने की वकालत की है।