By अभिनय आकाश | Apr 24, 2023
बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को दावा किया कि गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद की हत्या का बदला लेने के लिए बीरभूम जिले में मृत पाए गए एक साधु की हत्या कर दी गई। बीरभूम के पुरंदरपुर में काली मंदिर के पास एक अघोरी साधु भुवन बाबा का शव रविवार को एक पेड़ से गले में लटका मिला। अधिकारी ने कहा कि डॉन अतीक अहमद की मौत का बदला लेने के लिए सनातन साधु को मार डाला गया और फांसी पर लटका दिया गया। तृणमूल कांग्रेस द्वारा 'फांसी बंगाल' नामक प्रथा का पालन किया जाता है। वे लोगों को मारते हैं और फांसी पर लटका देते हैं और साधु के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।
नंदीग्राम से भाजपा विधायक अधिकारी ने भी टीएमसी और चरमपंथी संगठनों के बीच समानताएं बनाईं। उन्होंने आरोप लगाया, 'जमात-उल-विदा जैसे चरमपंथी संगठनों ने डॉन अतीक अहमद की मौत का बदला लेने के लिए साधु की हत्या की। साधु की फांसी की निंदा करने के लिए भाजपा विधायक ने ट्विटर का सहारा लिया। अधिकारी ने कहा कि उन्हें राज्य भर से हिंदू भिक्षुओं और आध्यात्मिक गुरुओं के सैकड़ों फोन आ रहे थे, जो भयानक फांसी की खबर से "व्याकुल" थे।
उन्होंने घटना की उचित जांच का आह्वान किया और कहा कि मृतक के पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी की जानी चाहिए और एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में किया जाना चाहिए। कालियागंज किशोरी हत्या पर बोलते हुए सुवेंदु ने कहा, “इस घटना ने बंगाल की मर्यादा को लांघ दिया है। राज्य की प्रतिष्ठा पर सवाल है। हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं। मैंने परिवार से बात की। वे बच्ची का अंतिम संस्कार कर कोलकाता आएंगे। उन्हें हर कीमत पर कानूनी सुरक्षा प्रदान की जाएगी।