By दिनेश शुक्ल | Nov 12, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव के बाद कांग्रेस में पदाधिकारियों के इस्तीफा देने का दौर शुरू हो गया है। उप चुनाव में 28 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 19 पर तो कांग्रेस को सिर्फ 09 सीटों पर ही सफलता प्राप्त हुई है। वही मंगलवार को उप चुनाव के नतीजे आने के बाद अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने अनूपपुर विधानसभा उप चुनाव में पार्टी की अप्रत्याशित हार की जिम्मेदारी लेते हुए बुधवार रात अपने पद से इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कमलनाथ को भेज दिया है। तो वही बुरहानपुर जिले की नेपानगर विधानसभा में भी कांग्रेस को मुँह की खानी पड़ी है। यहां से भाजपा प्रत्याशी सुमित्रा देवी कास्डेकर ने कांग्रेस के रामकिशन पटेल को बड़े अंतर से हराया है। इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए नेपानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सोहन सैनी सहित छह नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
जहाँ अनूपपुर में कांग्रेस जिला अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष को प्रेषित इस्तीफा पत्र में जिक्र करते हुए कहा कि 10 वर्षों तक पार्टी संगठन के हित में कार्य करते हुए अपने दायित्व का निर्वहन किया। मार्च 2020 में बिसाहूलाल सिंह के पार्टी एवं विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद से आपके निर्देशन में अनूपपुर विधानसभा अंतर्गत पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी की मजबूती के लिए काम किया लेकिन अनूपपुर विधानसभा उपचुनाव में पार्टी को अपेक्षित परिणाम दिलाने में असफल रहा जिसकी जिम्मेदारी लेते हुए वे पार्टी जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा सौंप रहे हैं, जिसे स्वीकार किया जाए। अनूपपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की तरफ से विश्वनाथ सिंह कुंजाम उम्मीदवार थे, जिन्हें इस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार से 34864 मतों के भारी अंतर से हार का समाना करना पड़ा।
तो वही नेपानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सोहन सैनी, ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष डाभियाखेड़ा हरीश नारखेड़े, मध्य प्रदेश किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक पाटिल, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष दर्यापुर रविंद्र पाटिल, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष खकनार अजय महाजन, ब्लाक अध्यक्ष धूलकोट कमल अग्रवाल ने गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को अपने इस्तीफे भेज दिये हैं। उन्होंने नेपानगर में पार्टी उम्मीदवार की हार के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हुए अपने पदों से इस्तीफा देने तथा कांग्रेस में कार्यकर्ता की तरह कार्य करने की बात कही है। गौरतलब है कि नेपानगर विधानसभा सीट से वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस की सुमित्रा कास्डेकर ने भाजपा की मंजू दादू को बड़े अंतर से हराया था। करीब तीन माह पहले सुमित्रा कास्डेकर अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गई थीं। इसके बाद यहां उपचुनाव हुए और भाजपा ने कांग्रेस से आई सुमित्रा कास्डेकर को अपना उम्मीदवार बनाया। सुमित्रा देवी ने यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार रामकिशन पटेल को बड़े अंतर से हराया है।