By अंकित सिंह | Oct 02, 2022
बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने आज इस्तीफा दे दिया है। सुधाकर सिंह राजद कोटे से बिहार सरकार में मंत्री थे। सुधाकर सिंह बिहार जिला राजद के वरिष्ठ नेता और उसके अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं। बताया जा रहा है कि सुधार कर सिंह ने अपना इस्तीफा तेजस्वी यादव को सौंप दिया है। बेटे सुधाकर सिंह के इस्तीफे की खबर पर जगदानंद सिंह ने कहा कि किसी को किसानों और उनके साथ हो रहे अन्याय के लिए खड़े होने की जरूरत है। कृषि मंत्री ने इसे उठाया। मंडी कानून की हत्या (कृषि उत्पाद विपणन समिति अधिनियम) ने राज्य के किसानों को तबाह कर दिया है। सुधाकर सिंह लगातार नीतीश सरकार की आलोचना कर रहे थे। 2 माह के भीतर बिहार सरकार के दूसरे मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले राजद कोटे से कार्तिकेय सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया था।
उनके इस्तीफे को लेकर इस बात की भी चर्चा हो रही है कि उन्होंने अपना इस्तीफा तेजस्वी यादव को भेजा ना कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को। इसके पीछे सुधाकर सिंह की नीतीश कुमार से नाराजगी भी मानी जा रही है। सुधाकर सिंह इस बात को कई बार दोहरा चुके हैं कि उनके नेता लालू यादव और तेजस्वी यादव हैं। उनकी वजह से ही वह बिहार में मंत्री बने हैं। उनके नेता नीतीश कुमार नहीं हैं। मंत्री पद में शामिल होने के साथ ही सुधाकर सिंह विवादों में आ गए थे। भाजपा ने उन पर कई बड़े आरोप भी लगा दिए थे। इसके साथ ही सुधाकर सिंह ने एक विवादित बयान देते हुए खुद को चोरों का सरदार भी बता दिया था।
अपने बयान में सुधाकर सिंह ने कहा था कि हमारे (कृषि) विभाग में कोई ऐसा नहीं है जो चोरी नहीं करता हो और हम उन चोरों के सरदार हैं। मेरे ऊपर और भी कई लोग हैं.. सरकार नई तो बन गई है लेकिन ये सरकार है वही पुरानी और इसके चाल चलन भी पुराने हैं। इसके बाद उनकी इस बयान की खूब चर्चा हुई थी। नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक में उनसे उनके इस बयान पर जवाब मांगा। सुधाकर सिंह उठकर वहां से चल दिए थे। सूत्रों ने बताया कि 17 सालों में नीतीश कुमार को किसी ने इस तरीके से जवाब नहीं दिया था। इसके बाद लगातार नीतीश कुमार कृषि सुधार को लेकर सुधाकर सिंह से रिपोर्ट मांगते रहे। दूसरी ओर सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार के मंडी व्यवस्था को खत्म करने का विरोध जता रहा थे।