By एकता | Jun 16, 2022
देशभर की लाखों महिलाओं के लिए राहत भरी खबर सामने आयी है। डीसीजीआई की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए तैयार की गई स्वदेशी वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। डीसीजीआई की तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि अब यह वैक्सीन जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगी। इस वैक्सीन को क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस (qHPV) वैक्सीन नाम दिया गया है और इसका निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, एसआईआई में निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) के पास आठ जून को क्यूएचपीवी वैक्सीन की मंजूरी के लिए आवेदन दिया था। अपने इस आवेदन में प्रकाश कुमार सिंह ने कहा है कि उनकी इस qHPV वैक्सीन CERVAVAC ने सभी लक्षित एचपीवी स्वरूपों और सभी खुराक तथा आयु समूह में आधार रेखा की तुलना में करीब 1,000 गुना अधिक एंटीबॉडी प्रतिक्रिया प्रदर्शित की और 9 से 26 साल की आयु तक की महिलाओं पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। क्लिनिकल ट्रायल के तीन में से दो चरणों को पूरा करने के बाद ऐसा किया गया था। क्लिनिकल परीक्षण, जैव प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Biotechnology) के सहयोग से किया गया, ताकि इस वैक्सीन को जल्द से जल्द देश में लॉन्च किया जा सके।
भारत में हर साल करीब 122,844 महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की पुष्टि होती है और लगभग 67,477 महिलाएं इस बीमारी से मर जाती हैं। भारत में 15 वर्ष और उससे अधिक उम्र की 432.2 मिलियन महिलाएं हैं, जिन्हें यह कैंसर होने का खतरा है। 15-44 वर्ष की आयु की महिलाओं में होने वाला यह दूसरा सबसे आम कैंसर है।