By अनन्या मिश्रा | Jan 04, 2025
हिंदी सिनेमा के फेमस सिंगर आरडी बर्मन किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने भारतीय सिनेमा की दुनिया में संगीत को नया आयाम दिया है। आज ही के दिन यानी की 04 जनवरी को आरडी बर्मन ने महज 54 साल की उम्र में इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था। बता दें कि 9 साल की छोटी उम्र में आरडी बर्मन ने 9 धुनें बनाई थीं। जिसमें से एक धुन खुद उनके पिता ने चुरा ली थी और बाद में फिल्म के गाने में इस धुन का इस्तेमाल किया था। तो आइए जानते हैं संगीतकार आरडी बर्मन के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
संगीत के लिए जुनूनी थे बर्मन
बचपन से ही आरडी बर्मन संगीत के लिए काफी जुनूनी थे। महज 9 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार 9 धुनें बनाई थीं। उनके पिता एसडी बर्मन ने फिल्म 'फंटूश' में इस धुन का इस्तेमाल कर गाना बनाया था।
संगीतकार बनने के जताई इच्छा
दरअसल, बचपन से ही आरडी बर्मन का संगीत में दिल अधिक लगता है। ऐसे में जब उनके परीक्षा में नबंर बहुत कम आए, तो पूरे घर में हंगामा हो गया। उस दौरान आरडी बर्मन के पिता एसडी बर्मन मुंबई में रहा करते थे। मुंबई में एसडी बर्मन संगीतकार के रूप में अपनी जगह बना चुके थे। लेकिन आरडी बर्मन कोलकाता में ही रहते थे। जब उनके परीक्षा में नंबर कम आए, तो आरडी बर्मन कोलकाता से मुंबई आ गए। इस दौरान एसडी बर्मन ने बेटे आरडी बर्मन से पूछा कि वह क्या करना चाहते हैं, जिस पर उन्होंने कहा कि वह बड़े संगीतकार बनना चाहते हैं। तब पंचम दा ने पिता को अपनी धुन दिखाई।
पिता पर लगाया था चोरी का आरोप
इसके बाद कोलकाता के एक थिएटर में फिल्म 'फंटूश' लगी, इस फिल्म के गाने में पंचम दा की धुन थी। यह वही धुन थी, जो उन्होंने अपने पिता को सुनाई थी। ऐसे में आरडी बर्मन अपने पिता पर बहुत नाराज हुए और कहा कि आपने मेरी धुन चुराई है। जिस पर उनके पिता एसडी बर्मन ने कहा कि वह देखना चाहते थे कि उनकी धुन किसी को पसंद आती भी है या नहीं।
फिल्मी सफर
बता दें कि आरडी बर्मन ने अपने फिल्मी करियर में कई शानदार और यादगार गीत बनाए। उन्होंने 50 से ज्यादा ऐसे गाने गाए, जो समय के फेर से ऊपर निकल गए और आज भी यह गाने लोगों के दिलों पर राज करते हैं। इनमें से कई गाने ऐसे हैं, जो 3 पीढ़ियों से लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं। इनमें से 'मेरी भीगी भीगी सी', 'ओ मेरे दिल के चैन', 'रिमझिम गिरे सावन', 'हमें तुमसे प्यार कितना', 'तुम आ गए हो', 'रैना बीती जाए' समेत दर्जनों सदाबहार गाने शामिल हैं। वहीं उनको 'बीती न बिताए रैना', 'क्या हुआ तेरा वादा' और 'मेरा कुछ सामान' गानों के लिए नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा गया।
मृत्यु
आज ही के दिन यानी की 04 जनवरी 1994 को 54 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से आरडी बर्मन का निधन हो गया था। आज भी उनके गाने लोगों के कानों में शहद घोलने का काम करते हैं।