By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 07, 2020
नयी दिल्ली, छह अप्रैल केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने देश में इस समय लॉकडाउन के दौरान काम आ रही घर से कार्य की सुविधा का बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सेवा उद्योग की भूमिका की सोमवार को सराहना की। आईटी मंत्री की ऐसी टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है जब किएक रिपोर्ट में इस मामले में कॉल सेंटर सेवाओं को दी जाने वाली ढांचागत सुविधाओं को लेकर सवाल उठाया गया है।
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इस बीच भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग ने भी इस रिपोर्ट को खारिज किया है। उद्योग ने कहा है कि जिस रफ्तार से इस सेवा उद्योग ने इस मौके पर सेवायें दी हैं वह अभूतपूर्व है। एचएफएस रिसर्च की इस रिपोर्ट में घर से काम करने की परिस्थितियों को अपर्याप्त बताया गया है। जिसमें ब्राडबैंक की रफ्तार ठीक नहीं है। इसमें नये कंपयूटरों की जरूरत बताई गई है। इसमें कहा गया है कि बीपीओ उद्योग लॉकडाउन के दौरान अपने काम में इस तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा होगा।
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प्रसाद ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘भारत के आईटी कार्यबल का करीब 90 प्रतिशत इस समय घर से काम कर रहा है। केवल वही लोग कार्यालय जा रहे हैं जिनका बहुत जरुरी काम है।इससे यह सुनिश्चित हुआ है कि व्यावसायिक गतिविधियां प्रभावित नहीं हों। मुझे संकट के इस दौर में भारतीय आईटी क्षेत्र की मजबूती और क्षमता को देखकर प्रसन्नता हो रही है। ’’ सरकार ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुये अपने सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के कार्यबल को उनकी सुरक्षा के लिये घर से काम करने की अनुमति दी है। मौजूदा लॉकडाउन के दौरान 90 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी घर से ही अपना काम कर रहे हैं।