राम मंदिर निर्माण में लगेगा लगभग साढ़े तीन साल का वक्त,भूमि पूजन की तारीख तय, PMO को भेजा गया प्रस्ताव

By अंकित सिंह | Jul 18, 2020

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी बैठक अयोध्या के सर्किट हाउस में हुई। बैठक के बाद राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कामेश्वर चौपाल ने बताया कि आज बैठक में राम मंदिर के निर्माण कार्य का शुभारंभ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2 तिथियों का सुझाव भेजा गया है- 3 अगस्त और 5 अगस्त। इनमें से जो सुविधाजनक लगेगी उस तिथि को शुभारंभ हो जाएगा। शिलान्यास की तारीख पर आखिरी फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय करेगा। कामेश्वर चौपाल ने बताया कि बैठक में राम मंदिर की ऊंचाई के मुद्दे पर चर्चा की गई। मंदिर की ऊंचाई 161 फुट होगी और इसमें पांच गुंबद होंगे।  श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि हमारा स्पष्ट मत है कि समाज जितना धन देगा उतना धन मंदिर निर्माण में खर्च होगा, आज हम गणित नहीं लगा सकते, धार्मिक कार्यों में ऐसा करना भी नहीं चाहिए, भगवान के काम में पैसे की कमी नहीं आएगी। समाज के 10 करोड़ परिवारों से धनसंग्रह करने की चर्चा आज निकली है, इनसे सम्पर्क किया जाएगा। जब धनसंग्रह और बाकी की ड्राइंग पूरी हो जाएंगी, उसके बाद 3 से 3.5 साल में मंदिर के निर्माण का काम पूरा कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने पांच फरवरी को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन की घोषणा की थी। बैठक में शामिल होने के लिए ट्रस्ट के महासचिव चंपत रायृ, कामेश्वर चौपाल, नृत्यगोपाल दास, गोविंद देव गिरी महाराज और दिनेंद्र दास समेत दूसरे ट्रस्टी सर्किट हाउस में मौजूद रहे। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के पूर्व प्रधान सचिव एवं राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रधान सचिव अवनीश अवस्थी ने भी भाग लिया। वरिष्ठ अधिवक्ता के परासरन, वासुदेवानंद सरस्वती और स्वामी विश्व प्रसनजीत ने वीडियो लिंक के माध्यम से बैठक में भाग लिया।

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