By सत्य प्रकाश | Dec 09, 2021
अयोध्या । भारत व नेपाल के बीच सांस्कृतिक संबंध है। जिसको लेकर आज भगवान श्री राम विवाह पंचमी की वर्षगांठ पर ससुराल पक्ष नेपाल से आये पशुपतिनाथ के ट्रस्टी ने उपहार में स्मृति स्वरूप शालिग्राम की शिला को श्री रामलला के दरबार में सौंपा। इस दौरान राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय व अन्य ट्रस्टियों से भी मुलाकात की।
राम नगरी अयोध्या में भगवान के विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया इस महोत्सव में शामिल होने के लिए देश-विदेश से लोग अयोध्या पहुंचे थे तो वहीं भगवान श्री राम की ससुराल पक्ष से भी इस महोत्सव में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचे थे। जाम भगवान के विवाह के दूसरे दिन मंदिरों में आयोजित राम कलेवा के आयोजन में दूरदराज से आए लोगों ने तरह-तरह के उपहार दिए गए। वहीं ससुराल पक्ष से भी उपहार स्वरूप शालिग्राम की शिला रामलला को सौंपा गया। जिसे नेपाल से आए पशुपतिनाथ के ट्रस्टी अर्जुन प्रसाद बासटोला ने राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास को सौंपा। वही रामलला के आरती भी उतारी साथ ही अयोध्या के सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी पर भी दर्शन पूजन किया और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरी शंकर दास से भी मुलाकात की।
पशुपतिनाथ के प्रति अर्जुन प्रसाद बासटोला ने कहा कि दामोदर कुंड के शालिग्राम को श्री रामलला के दरबार के लिए लाए थे। जिसे रामलला को हस्तांतरित कर दिया है। इसका उद्देश्य यही है कि भारत और नेपाल में स्थित पशुपतिनाथ के बीच के संबंध प्रगाढ़ हो। भारत और नेपाल के बीच रोटी और बेटी का संबंध है हम बेटी वाले हैं और हमें यहां पर आज के दिन कुछ देना था। क्योंकि आज विवाह पंचमी है इसलिए आज हम अयोध्या आए हैं और यहां कुछ दिया है। वही कहा कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी नेपाल पूरी तरह भारत से जुड़ा हुआ है।