By अंकित सिंह | Oct 20, 2022
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि हमारे सशस्त्र बलों को घरेलू उद्योग को और अधिक सहायता प्रदान करनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि हमारे बलों ने रक्षा क्षेत्र की आत्मनिर्भरता में पूरा सहयोग दिया है। राजनाथ ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए और एयरोस्पेस क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए रक्षा मंत्री पुरस्कार की शुरुआत हुई थी। इसका उद्देश्य रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देना था। गांधीनगर में 'आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया' पर एचक्यूआईडीएस-फिक्की संगोष्ठी में रक्षा मंत्री बोल रहे थे।
राजनाथ ने कहा कि हमारी सशस्त्र बल परिवर्तन के एक महत्त्वपूर्ण दौर से गुजर रही हैं। बहुत तेजी से बदल रहे भू-राजनीतिक परिदृश्य, और उसके कारण सामने आ रहे चुनौतियों, खासकर पड़ोस की धमकी से निपटने के लिए हमारी तत्परता पिछले कुछ समय में काफी मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की एक झलक आप देखेंगे, तो पाएंगे कि हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के क्रम में, हमारी रक्षा उद्योग को अपार अवसर प्राप्त हुए हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि रक्षा उत्पाद की न केवल खरीद का आश्वासन, बल्किविश्व स्तरीय प्रौद्योगिकियों का विकास करने का उद्देश्य भी हमारे सामने पूरी तरह स्पष्ट हैI इसके लिए सरकार ने पहली बार रक्षा अनुसंधान एवं विकास बजट का 25 % हिस्सा,उद्योग, स्टार्ट-अप और शिक्षा के लिए रखा है। उन्होंने कहा कि हम रक्षा क्षेत्र में एमएसएमई और स्टार्ट-अप की भूमिका को पूरी तरह से समझते हैं। इसलिए, एमएसएमई और स्टार्ट-अप के लिए और अधिक अवसर पैदा करने के लिए, रक्षा नवाचार स्टार्ट-अप चुनौतियां और प्रौद्योगिकी विकास कोष का दायरा और विस्तारित किया गया है।