By अंकित सिंह | May 11, 2023
राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। हालांकि, कांग्रेस के लिए परिस्थितियां सामान्य होती दिखाई नहीं दे रही हैं। कांग्रेस में जो गुटबाजी है, वह साफ तौर पर देखने को मिल रही है। एक ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गुट है तो दूसरी ओर सचिन पायलट हैं। सचिन पायलट लगातार अपनी ही पार्टी की सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इन सब के बीच आज सचिन पायलट ने जन संघर्ष यात्रा की शुरुआत की है। इसे गहलोत सरकार के खिलाफ माना जा रहा है। इन सबके बीच बिना सचिन पायलट का नाम लिए अशोक गहलोत ने उन पर सीधा प्रहार किया है। अशोक गहलोत ने साफ तौर पर कहा कि जो अपना-पराया या गुटबाजी करता है, वह अपने जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाता।
गहलोत ने जयपुर में कांग्रेस नेता पंडित दिवंगत नवल किशोर शर्मा की प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने हमेशा सबको साथ लेकर चलने की कोशिश की है। लोकतंत्र में वही सफल होता है जो सबको साथ लेकर चलता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो "अपना-पराया" की बात करता है और गुटबाजी करता है, वह जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता। इसके साथ ही उन्होंने एक कहावात भी कही। उन्होंने कहा कि आप बड़ी लाइन खींचो, बजाय कि दूसरे की लाइन काटो। मैंने हमेशा यही किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाईन बड़ी खींचने के लिए (पार्टी के प्रति) पूरी निष्ठा, पूरी ईमानदारी, पूरी प्रतिबद्धता चाहिए। ...पार्टी की नीतियों व उसके सिद्धांतों के प्रति जिंदगी लगा दी मैंने।
कांग्रेस नेता ने कहा कि नेता के प्रति विश्वास जीतने के लिए आपको पार्टी के लिए प्रतिबद्धता से काम करना पड़ता है। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि पीएम कल (राज्य में) आए, मैंने कहा - विपक्ष के बिना सत्ता पक्ष क्या है? मैंने कहा कि उन्हें देश में बनने वाली स्थिति में हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम ने क्या कहा? विपक्ष में भ्रष्ट लोगों का एक गिरोह बन गया है। क्या यह लोकतंत्र की भाषा है? आप विपक्ष का सम्मान नहीं करते। आप 'कांग्रेस मुक्त भारत' की बात करते हैं। आप धर्म की राजनीति करते हैं। यह कब तक चलेगा?