By अंकित सिंह | Apr 18, 2023
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के एक दिवसीय अनशन से राजस्थान की राजनीति गरमा गई है। जहां पार्टी आलाकमान ने 'पार्टी विरोधी' गतिविधियों के लिए पायलट के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत दिया है, वहीं कांग्रेस नेता और मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने पार्टी को खुले तौर पर पायलट के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने की चुनौती दी है। हुंकार भरते हुए उन्होंने कहा कि पायलट साहब आप चिंता मत करना, मैं आपको बताना चाहता हूं कि राजस्थान के सभी धर्म-जाति और बिरादरी का नौजवान आपके पीछे खड़ा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं चुनौती देना चाहता हूं कि अगर मां का दूध पिया है तो पायलट साहब पर अनुशासन की कार्रवाई कर के बताओ। इस दौरान सचिन पायलट भी मंच पर मौजूद थे। राजस्थान के मंत्री गुढ़ा की तीखी टिप्पणी राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा द्वारा इस बात पर जोर देने के कुछ दिनों बाद आई है कि इस बार सचिन पायलट के खिलाफ उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं सचिन पायलट द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार के मुद्दे से सहमत हूं लेकिन जिस तरह से उन्होंने इसे उठाया वह सही नहीं है। उन्हें इसे विधानसभा सत्र के दौरान उठाना चाहिए था।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने 11 अप्रैल को जयपुर के शहीद स्मारक में अपनी एक दिवसीय भूख हड़ताल शुरू की, जिसमें राज्य में पिछली भाजपा सरकार के दौरान कथित भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की मांग की गई थी। विरोध के दौरान पायलट के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं का एक विशाल जमावड़ा देखा गया। पायलट लगातार अशोक गहलोत पर हमलावर हैं। उन्होंने फिर कहा कि कांग्रेस पार्टी विपक्ष में थी जब वसुंधरा राजे की सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, हमारा मानना था कि इसकी जांच होनी चाहिए हमने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी थी। हमारी सरकार को 4 साल हो गए हैं, मैंने बहुत चिट्ठियां लिखी लेकिन कुछ नहीं हुआ इसलिए मैंने अनशन किया, इसपर जांच होनी चाहिए ताकि हमारी कथनी-करनी में फर्क न हो।