जबकि फरवरी के महीने में आमतौर पर मध्य प्रदेश में वर्षा की गतिविधियां काफी कम होती हैं। इस बारिश को हम बेमौसम बरसात मान सकते हैं, लेकिन इससे जनवरी से लेकर अब तक बारिश में जो कमी रह गई है उसमें सुधार आ सकता है। मध्य प्रदेश में प्री-मॉनसून वर्षा मार्च के महीने में शुरू होती है जब दिन में तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है। इस बेमौसम वर्षा के साथ-साथ मध्य प्रदेश के दक्षिणी पूर्वी जिलों में हो सकता है एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो जाए।