By अंकित सिंह | Aug 23, 2022
मध्य प्रदेश में लगातार बारिश का कहर जारी है। आफत की बारिश की वजह से मध्य प्रदेश के कई जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। हालांकि, अभी भी मौसम विभाग की ओर से कई जिलों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसका मतलब साफ है कि मध्य प्रदेश को भारी बारिश से राहत फिलहाल तो नहीं मिलने जा रही है। मध्य प्रदेश के उज्जैन और राजगढ़ में भारी बारिश का रेड अलर्ट है। इसके अलावा ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, भोपाल, रायसेन, सीहोर और विदिशा में भी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है। राजधानी भोपाल में भी बारिश का दौर लगातार जारी है। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में फिलहाल कई जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। दिक्कत की बात तो यह भी है कि तेज बारिश के साथ-साथ तेज हवा भी चल रही है। इस वजह से सीएम हाउस के सामने ही बड़ा पेड़ भी गिर गया था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्टेट सिचुएशन रूम मंत्रालय से जिलों के कलेक्टरों से अधिक वर्षा की स्थिति की जानकारी ली है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कलेक्टर्स को जनता की सहायता के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए हैं। विगत 24 घण्टों में अब तक SDERF और NDRF के सदस्यों ने विदिशा में 190, राजगढ़ में 103, अशोकनगर में 94, रायसेन में 7, जबलपुर में 5, मंडला में 3, सीधी में 2, गुना में 3 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया है। देर रात तक शिवराज चौहान ने राज्य के वर्षा प्रभावित जिलों के हालात की समीक्षा की और कहा कि जरूरत पड़ने पर विदिशा में हेलीकॉप्टर भेजकर मदद की जाएगी। राजगढ़ कलेक्टर ने अजनार नदी के बढ़ते जलस्तर पर बरती जा रही सावधानियों की जानकारी दी।
सीएमओ के अनुसार नर्मदापुरम कलेक्टर ने सीएम को बताया कि घाटों पर स्थिति नियंत्रण में है। सीहोर कलेक्टर ने मुख्यमंत्री चौहान को अवगत कराया कि लगभग 150 नागरिकों को बचा लिया गया है और राहत कार्य जारी है। गुना में आवश्यक राहत कार्य जारी है। प्रदेश के बड़े हिस्से में नदियां, नाले और अन्य जल स्त्रोत उफान पर हैं और पानी छोड़ने के लिए कई बांधों के द्वार खोल दिए गए हैं। विशेषकर पश्चिमी मध्य प्रदेश में कई सड़कों पर कम दृश्यता के कारण वाहनों की आवाजाही कम रही। प्रदेश के कुछ निचले इलाकों में जलजमाव की खबरें हैं। आईएमडी ने लोगों को मूसलाधार बारिश के बीच यात्रा करने से बचने की सलाह दी है।