By अभिनय आकाश | Feb 02, 2022
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लग रहा था कि राष्ट्रपति का अभिभाषण एक रणनीतिक दृष्टि के बजाय नौकरशाही के विचारों की एक सूची थी। मुझे ऐसा लग रहा था कि यह नेतृत्व की दृष्टि से नहीं बल्कि नौकरशाहों के एक समूह द्वारा बनाया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि दुर्भाग्य से राष्ट्रपति के अभिभाषण में उन चीजों की एक लंबी सूची थी, जो सरकार का दावा करती है, लेकिन इसमें वास्तव में गहरे रणनीतिक मुद्दे शामिल नहीं थे जिन्हें हम देखना पसंद करते। इसने हमारे देश के सामने मौजूद कुछ मुख्य चुनौतियों को छुआ तक नहीं।
लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि दो हिन्दुस्तान बन रहे हैं, एक अमीरों का हिन्दुस्तान और दूसरा गरीबों का हिन्दुस्तान, इन दो हिन्दुस्तानों के बीच में खाई बढ़ती जा रही है। गरीब हिन्दुस्तान के पास आज रोजगार नहीं है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी के बारे में एक शब्द नहीं था। 2021 में 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खोया है, 50 साल से सबसे ज़्यादा बेरोजगारी आज हिन्दुस्तान में है। आपने मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया की बात की लेकिन जो रोजगार हमारे युवाओं को मिलना चाहिए वो नहीं मिला और जो था वो गायब हो गया।
राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के 84% लोगों की आमदनी घटी है और वो तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। 27 करोड़ लोगों को हमने गरीबी से निकाला था और 23 करोड़ लोगों को आपने गरीबी में वापस डाल दिया। राहुल ने कहा कि जब तक असंगठित क्षेत्रों को मजबूत नहीं किया जाएगा, तब तक स्टार्टअप इंडिया, न्यू इंडिया के नारे से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को दो हिन्दुस्तान को जोड़ने का काम करना चाहिए।
अडानी-अंबानी को लेकर निशाना
नोटबंदी और गलत तरीके से जीएसटी लागू करके आक्रमण किया गया।’’ उन्होंने दावा किया कि असंगठित क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ लागू हो ही नहीं सकता है, इस क्षेत्र को बर्बाद कर दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘संप्रग सरकार ने 10 साल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला था, लेकिन इस सरकार ने 23 करोड़ लोगों को गरीबी में पहुंचा दिया।’’ राहुल गांधी ने अडानी-अंबानी का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘कोरोना के समय कई वैरिएंट आते हैं, लेकिन ‘डबल ए’ वैरिएंट है जो देश की अर्थव्यवस्था में बढ़ रहा है।
चीन-पाकिस्तान आए साथ
राहुल गांधी ने भारत की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा, 'आपकी नीति ने चीन और पाकिस्तान को एकजुट करने का काम किया है और यह सबसे बड़ी चुनौती भारत के सामने है। चीन के पास एक क्लियर प्लान है और उसकी नींव डोकलम और लद्दाख में रखी है। उन्होंने कहा कि कश्मीर पर सरकार ने गलत फैसला लिया है।