By एकता | Nov 03, 2024
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा उपचुनाव के लिए आज वायनाड के मनंतवाडी में अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने मनंतवाडी की जनता को भरोसा दिलाया कि प्रियंका उनके लिए सबसे अच्छी सांसद साबित होगी। राहुल ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि वह मेरी बहन है और अब आप सभी भी भाग्यशाली होंगे। वह आपकी बहन की तरह, आपकी मां की तरह, आपकी बेटी की तरह होंगी। मुझे पूरा भरोसा है कि आपको सबसे बेहतरीन सांसद मिलने जा रहा है।
अपने संबोधन को शुरू करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'यह पहली बार है कि मैं अपनी बहन के लिए प्रचार करने के लिए किसी मीटिंग में आया हूं। मेरे पहले चुनाव के दौरान, मेरी बहन ने मेरे लिए प्रचार किया था और तब से वह ऐसा कर रही है। उसने हमारी मां के लिए प्रचार किया। उसने हमारे पिता के लिए भी प्रचार किया। वह हमेशा से ही प्रचारक रही है और अब तक कभी चुनाव में खड़ी नहीं हुई। यह उसके बारे में बहुत कुछ बताता है।'
जनता को प्रियंका गांधी की खूबिया बताते हुए राहुल ने कहा, 'मेरी बहन एक अलग स्तर पर सोचती है। कई राजनेता एक किसान को देखते हैं और उसे सिर्फ़ "किसान" के रूप में लेबल करते हैं। मेरी बहन ऐसा नहीं कहेगी। उसके लिए, वह एक पिता है, एक भाई है। वह समझने की कोशिश करेगी कि वह व्यक्ति किस दौर से गुज़र रहा है। वह किसान से बात करेगी और पूछेगी कि सही कीमतों से वंचित होने पर उसे कैसा महसूस होता है; जब वह अपने बच्चे की स्कूल फीस नहीं भर पाया या जब उसकी मां ICU में थी और वह उसका खर्च नहीं उठा पाया तो उसे कैसा लगा।'
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, 'हर कोई लोगों पर लेबल लगाता है। वह उन लेबलों के पीछे चलने वाली एक व्यक्ति है। वह हर किसी के पास मौजूद लाखों लेबलों की खूबसूरती को समझती है। वह किसी ऐसे व्यक्ति में ताकत भी देख सकती है, जहां दूसरे लोग कमज़ोरी देखते हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि मेरी बहन के रूप में वह है और अब आप सभी भी भाग्यशाली होंगे।'
राहुल ने कहा, 'कभी-कभी मैं ज़्यादा तार्किक होता हूं, लेकिन वह मुझसे ज़्यादा भावुक होती है। इसलिए मुझे पूरा भरोसा है कि आपको सबसे बेहतरीन सांसद मिलने जा रहा है। मैं पूरे विश्वास के साथ कह रहा हूं। आपके सांसद बनने के लिए उनसे बेहतर कोई नहीं हो सकता। जहां भी देखो, गुस्सा, हिंसा और नफरत है, लेकिन इंसानियत कहां है? वह ऐसी इंसान है जिसने हमारे पिता की हत्या में शामिल लड़की को गले लगाया और कहा कि जब वे मिले तो उसे नलिनी के लिए बहुत दुख हुआ। उसे इसी तरह का प्रशिक्षण मिला है और भारत को इसी तरह की राजनीति की ज़रूरत है - प्यार और स्नेह की राजनीति, न कि नफरत की।'
कांग्रेस सांसद ने बताया कि प्रियंका ने पहले ही उन चीजों की सूचियां बना कर रखी हुई है, जिनपर उन्हें ध्यान केंद्रित करना है। उन्होंने कहा, 'हम वायनाड की मांगों के लिए कहां लड़ेंगे; हम वायनाड की क्षमताओं को कहां मजबूत करेंगे। इससे पता चलता है कि उन्होंने वायनाड के लिए सोचना और योजना बनाना शुरू कर दिया है।'
राहुल ने कहा, 'आज देश में मुख्य लड़ाई संविधान की लड़ाई है। यह क्रोध, घृणा या अहंकार के साथ नहीं लिखा गया था, यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा लिखा गया था, जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए इसे विनम्रता और स्नेह के साथ लिखा था।' उन्होंने आगे कहा, 'यह लड़ाई है- प्रेम बनाम घृणा, आत्मविश्वास बनाम असुरक्षा और विनम्रता बनाम अहंकार की। अगर हम वास्तव में इस लड़ाई को जीतना चाहते हैं, तो हमें अपने दिलों से अहंकार और घृणा को खत्म करके और उसकी जगह प्रेम और करुणा को लाकर मदद करनी चाहिए।'