Assam के 17 जिलों से होकर गुजरेगी Rahul Gandhi की 'Bharat Jodo Nyay Yatra'

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 14, 2024

गुवाहाटी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 18 जनवरी को असम के शिवसागर से शुरू होगी और करीब आठ दिन तक राज्य के विभिन्न हिस्सों से गुजरेगी। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी प्रस्तावित यात्रा मार्ग के अनुसार, यात्रा अंतरराज्यीय सीमा पर पड़ोसी नगालैंड के हालुआतिंग से इस राज्य में प्रवेश करेगी। इस दौरान यह असम के 17 जिलों से गुजरेगी और करीब 833 किलोमीटर का सफर तय करेगी। राहुल पहले दिन शिवसागर के अमगुरी में और जोरहाट जिले में मरियानी के गिबॉन वन क्षेत्र में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे। 


पहले दिन अमगुरी और मरियानी में दो रोडशो होंगे और रात को उनका काफिला जोरहाट में ठहरेगा। इसके बाद यात्रा ब्रह्मपुत्र नदी पर नौका द्वारा निमतीघाट से अफलाघाट तक नदी पर बने सबसे बड़े द्वीप माजुली की ओर जाएगी। राहुल जेंग्रैमुख और धकुआखान के साथ ही प्रसिद्ध कमलाबाड़ी और औनियाती सत्र (वैष्णव मठ) तक एक रोडशो का नेतृत्व करेंगे। कांग्रेस नेता और उनका काफिला धेमाजी जिले के गोगामुख में रात्रि विश्राम करेगा। इसके बाद 20 जनवरी को यात्रा लखीमपुर की ओर बढ़ेगी जहां लखीमपुर शहर, लालुक, हरमती और नौबोइचा में एक रोडशो होगा और उसके बाद यात्रा पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करेगी जहां कांग्रेस नेता ईटानगर में रात्रि विश्राम करेंगे। 


अगले दिन वह फिर से गोहपुर में असम में प्रवेश करेंगे और नगांव जिले की ओर बढ़ने से पहले बिश्वनाथ और सोनितपुर जिलों में रोडशो करेंगे। राहुल के वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव की जन्मस्थली बटाद्रवा में बोरदुवा सत्र जाने और एक रोडशो तथा एक नुक्कड़ सभा करने का भी कार्यक्रम है। इसके बाद वह मेघालय में नोंगफो की ओर बढ़ेंगे जहां व रात्रि विश्राम करेंगे और एक जनसभा भी करेंगे। यात्रा 23 जनवरी को कामरूप में गुवाहाटी में प्रवेश करेगी। यात्रा उसी दिन नलबाड़ी जिले में भी प्रवेश करेगी जहां एक नुक्कड़ सभा भी होगी। 


असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा था कि उनकी सरकार यात्रा के लिए कांग्रेस को अनुमति देगी क्योंकि राज्य में ‘‘सभी पर्यटकों का स्वागत है।’’ कांग्रेस ने पहले आरोप लगाया था कि उन्हें एक स्कूल के मैदान और कॉलेज में रात को ठहरने और कंटेनर खड़ा करने के लिए अनुमति नहीं दी गयी है। शर्मा ने कहा था कि स्कूलों और कॉलेजों के लिए अनुमति नहीं दी जा सकती क्योंकि अभी अकादमिक सत्र चालू है।