By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 28, 2021
तोक्यो। गत विश्व चैंपियन भारत की पीवी सिंधू ने बुधवार को यहां ग्रुप जे में हांगकांग की एनवाई चियुंग को हराकर तोक्यो ओलंपिक की महिला एकल बैडमिंटन स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधू ने दुनिया की 34वें नंबर की खिलाड़ी चियुंग को 35 मिनट चले मुकाबले में 21-9 21-16 से हराकर ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया। सिंधू की चियुंग के खिलाफ छह मुकाबलों में यह छठी जीत है। दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू प्री क्वार्टर फाइनल में ग्रुप आई में शीर्ष पर रहने वाली डेनमार्क की दुनिया की 12वें नंबर की खिलाड़ी मिया ब्लिचफेल्ट से भिड़ेंगी। सिंधू का ब्लिचफेल्ट के खिलाफ जीत-हार का रिकॉर्ड 4-1 है। डेनमार्क की खिलाड़ी ने सिंधू के खिलाफ एकमात्र जीत इस साल थाईलैंड ओपन में दर्ज की थी। हैदराबाद की छठी वरीय खिलाड़ी सिंधू ने अपने पहले मैच में इजराइल की सेनिया पोलिकार्पोवा को हराया था।
सिंधू ने अपने विविध शॉट और गति में परिवर्तन करने की काबिलियत से चियुंग को पूरे कोर्ट पर दौड़ाकर परेशान किया। चियुंग ने अपने क्रॉस कोर्ट रिटर्न ने कुछ अंक हासिल किए लेकिन हांगकांग की खिलाड़ी ने काफी सहज गल्तियां की जिससे वह सिंधू पर दबाव बनाने में विफल रही। सिंधू ने अच्छी शुरुआत करते हुए स्कोर 6-2किया और फिर 10-3 की बढ़त हासिल की। वह ब्रेक के समय 11-5 से आगे थी। ब्रेक के बाद सिंधू ने दबदबा बनाते हुए अपनी बढ़त को 20-9 किया और चियुंग के नेट पर शॉट मारने के साथ पहला गेम जीत लिया। चियुंग ने दूसरे गेम में बेहतर खेल दिखाया। उन्होंने सिंधू को रैली में उलझाया और दोनों खिलाड़ी 8-8 से बराबर चल रही थी। सिंधू ने इस दौरान चियुंग के शॉट को परखने में भी गलती की और फिर बाहर शॉट मारकर ब्रेक के समय हांगकांग की खिलाड़ी को एक अंक की बढ़त दे दी। चियुंग ने दबाव डालने का प्रयास किया लेकिन सिंधू ने दमदार स्मैश और बेहतर शॉट के साथ 19-14 की बढ़त बना ली। सिंधू को छह मैच प्वाइंट मिले। उन्होंने एक शॉट बाहर मारा और एक नेट पर उलझाया लेकिन फिर स्मैश के साथ मैच जीत लिया। बी साई प्रणीत ग्रुप डी के अपने दूसरे और अंतिम पुरुष एकल मैच में आज नीदरलैंड के एम कालजोव से भिड़ेंगे। मंगलवार को चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की पुरुष युगल जोड़ी ग्रुप ए में बेन लेन और सीन वैंडी की इंग्लैंड की जोड़ी को हराकर तीन में से दो मुकाबले जीतने के बावजूद क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही थी।