By अनुराग गुप्ता | Apr 30, 2022
पंजाब के पटियाला जिले में खालिस्तान विरोधी मार्च को लेकर दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हुई। जिसमें चार लोग जख्मी हो गए। इस संबंध में शिवसेना नेता हरीश सिंगला को गिरफ्तार किया गया है। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि कल का माहौल बहुत खराब था अब शांतिपूर्ण है। अभी मंदिर भी खुले हैं और सभी भक्त यहां दर्शन करने आ रहे हैं।
पटियाला की जिला मजिस्ट्रेट साक्षी साहनी ने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है, पुलिस कार्रवाई कर रही है। आज 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी तो घबराने की जरूरत नहीं है। मैं सबसे अनुरोध करूंगी कि सब शांति बनाए रखें। यहां की स्थिति नियंत्रण में है और हम लगातार निगरानी कर रहे हैं। मामले में एक व्यक्ति गिरफ्तार हुआ है। घटना में जख्मी हुए सभी मरीज की हालत स्थिर है।
आपको बता दें कि शहर में काली माता मंदिर के बाहर शिवसेना और कुछ निहंग समेत सिख कार्यकर्ताओं के एक समूह के सदस्यों के बीच झड़प के बाद तनाव पैदा हो गया। उन्होंने नारेबाजी की और एक-दूसरे पर पथराव किया। घटना में एक पुलिसकर्मी समेत चार लोग जख्मी हो गए।
अधिकारियों के हुए तबादले
हिंसक झड़प के एक दिन बाद पुलिस महानिरीक्षक (पटियाला रेंज), पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया। मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुखविंदर सिंह चिन्ना को पटियाला रेंज का नया आईजी नियुक्त किया गया है, जबकि दीपक पारीक पटियाला के नए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक होंगे। वजीर सिंह को पटियाला का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है।
किसी को भी सौहार्द बिगाड़ने नहीं देंगे
आम आदमी पार्टी ने दो समूहों के बीच हुई झड़प की निंदा की और कहा कि वह किसी को भी राज्य में शांति एवं सौहार्द बिगाड़ने नहीं देगी। पार्टी ने कहा कि सभी उपद्रवियों को न्याय के कठघरे में लाकर दंडित किया जाना चाहिए। आप के चुनावी रणनीतिकार और पंजाब में पार्टी के राजनीतिक मामलों के सह-प्रभारी संदीप पाठक ने एक ट्वीट में कहा कि हम पटियाला में दो राजनीतिक समूहों के बीच हुई झड़प की कड़ी निंदा करते हैं। हम किसी को भी शांति और सद्भाव नहीं बिगाड़ने देंगे। सभी उपद्रवियों को दंडित किया जाना चाहिए।
इसके अलावा राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि पटियाला में यह दुर्भाग्यपूर्ण हिंसक झड़प 2 समूहों के बीच नहीं बल्कि 2 राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच थी। एक तरफ शिवसेना और कांग्रेस के लोग थे। जबकि दूसरी तरफ शिरोमणि अकाली दल के लोग थे।