By अनुराग गुप्ता | Dec 01, 2021
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में चल रही खींचतान समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आमने-सामने नजर आ रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री चन्नी ने आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीतियां बनाने के लिए पार्टी के ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक बुलाई थी। इसमें ब्लॉक अध्यक्षों की शिकायतें भी सुनी जानी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री चन्नी ने नवजोत सिंह सिद्धू के कार्यक्षेत्र में प्रवेश किया है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सिद्धू इन बैठकों में मौजूद नहीं थे।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार को एक बैठक हुई थी। इस बैठक में सिद्धू नहीं पहुंचे। जिसके बाद मुख्यमंत्री चन्नी और सिद्धू को दिल्ली तलब किया गया। मुख्यमंत्री चन्नी ने हाल ही में मालवा, दोआबा और माझा क्षेत्रों के ब्लॉक नेताओं के साथ क्षेत्रवार बैठक बुलाई थी, जिसमें सिद्धू नहीं पहुंचे थे। अंग्रेजी समाचार वेबसाइट 'इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक, सिद्धू के एक करीबी सूत्र ने बताया कि अगर उन्हें आमंत्रित किया जाता तो वह जाते। एक नेता ने बताया कि बैठक में कुछ लोगों ने कहा कि सिद्धू को सरकार की आलोचना नहीं करने के लिए कहा जाना चाहिए। क्योंकि इससे पार्टी को छवि खराब होती है।
अमरिंदर से भी भिड़ चुके हैं सिद्धू
पंजाब कांग्रेस का विवाद कोई पुराना नहीं है। इससे पहले सिद्धू ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कई हमले बोले थे और उनके खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की थी। जिसके बाद अपमानित महसूस करते हुए कैप्टन अमरिंदर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और फिर कांग्रेस को भी अलविदा कह दिया। फिर चन्नी की ताजपोशी हुई और उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया गया। जिसके बाद सिद्धू ने चन्नी सरकार को घेरना शुरू कर दिया। हाल ही में तो सिद्धू ने ड्रग्स मामले को लेकर चन्नी सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल में बैठने की बात तक कह दी।