By अनुराग गुप्ता | Oct 31, 2020
नयी दिल्ली। भारत में पबजी मोबाइल और पबजी लाइट 30 अक्टूबर से पूरी तरह से बंद हो गया है। बता दें कि सितंबर के पहले सप्ताह में भारत सरकार ने पबजी (PUBG) समेत 118 चीनी ऐप को बैन कर दिया था। दरअसल, सरकार ने चीनी ऐप को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए यह कदम उठाया था। सरकार द्वारा बैन किए जाने के बाद भी पबजी उन मोबाइल फोन पर चल रहा था जिसमें यह पहले से डाउनलोड था लेकिन 30 अक्टूबर को यह पूरी तरह से बंद हो गया है।
इस बात की जानकारी पबजी इंडिया ने फेसबुक पोस्ट के जरिए दी है। पबजी इंडिया ने पोस्ट में लिखा कि 'डियर फैन्स, 2 सितंबर, 2020 को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतरिम आदेश के बाद टेनसेंट गेम्स भारत में अपनी सभी सर्विस और एक्सेस को 30 अक्तूबर 2020 को बंद करने जा रहा है।' पोस्ट में आगे लिखा कि यूजर्स के डेटा की सुरक्षा हमेशा से हमारी शीर्ष प्राथमिकता रही है और हमने हमेशा भारत में लागू डेटा सुरक्षा कानूनों और नियमों का अनुपालन किया है। हमें यहां से जाने का बेहद अफसोस है। हमारा साथ देने के लिए आप सभी का धन्यवाद।
कौन है पबजी का मालिक ?
भारत सरकार ने जब पबजी को बैन किया था उसके बाद गूगल पर सबसे ज्यादा यह सर्च किया जा रहा है कि पबजी का मालिक कौन है ? तो चलिए आपको बता देते है कि पबजी को आयरलैंड के ब्रेंडन ग्रीनी और उनकी टीम ने मिलकर तैयार किया है। इस गेम को डेस्कटॉप वर्जन के तौर पर तैयार किया गया है। ब्रेंडन ग्रीनी ने साउथ कोरिया की कम्पनी ब्लूहोल के लिए इसे विकसित किया है। जबकि इस गेम के पब्लिशर टेंसेंट है।
भारत में फिर हो सकती है वापसी
खबर है कि पबजी की फिर से वापसी हो सकती है। क्योंकि ब्लूहोल ने टेसेंट को पब्लिशिंग राइट्स दिए थे लेकिन भारत सरकार द्वारा पबजी को बैन किए जाने के बाद ब्लूहोल ने टेसेंट के साथ काम करने से इंकार कर दिया है। ऐसे में पब्लिशिंग राइट्स वापस पबजी कॉरपोरेशन को मिल जाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पबजी कॉरपोरेशन ने बताया कि वह पबजी के सारे राइट्स 2 दिसंबर तक दक्षिण कोरियाई कंपनी क्रॉफ्टन इंक को दे देगी। पबजी कॉरपोरेशन द्वारा उठाए गए इस कदम से पबजी की सेवाओं वापस भारत में शुरू हो सकती हैं।