By एकता | Jan 16, 2024
टॉक्सिक रिश्ते शारीरिक और मानसिक प्रताड़न से भरे होते हैं। इसलिए जब ये खत्म होते हैं तब हमारे दिल और दिमाग पर गहरे घाव देकर जाते हैं। ज्यादातर मामलों में ये घाव अंदरूनी होते हैं, जो जल्दी से किसी को नजर नहीं आते। टॉक्सिक रिश्ते के अंदरूनी घाव लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, जिसकी वजह से उन्हें अभिघातजन्य तनाव विकार (पीटीएसडी) हो सकता है। यह सुनने में थोड़ा अजीब है, लेकिन हकीकत यही है कि कुछ टॉक्सिक रिश्ते लोगों को ऐसे लक्षणों के साथ छोड़कर जाते हैं, जो पूर्ण विकसित पीटीएसडी के समान होते हैं। चलिए आपको इन लक्षणों के बारे में बताते हैं।
आपको सभी रिश्ते बुरे लगने लगे हैं
टॉक्सिक रिश्ते से बाहर आने के बाद फिर से किसी व्यक्ति पर विश्वास करने में आपको समय लग सकता है, जो बेहद सामान्य बात है। लेकिन अगर आप आगे बढ़कर एक नए रिश्ते की शुरुआत कर चुके हैं और अपने पिछले बुरे अनुभवों की वजह से पार्टनर पर नजर रख रहे हैं या फिर आपके लिए उनपर भरोसा करना मुश्किल हो रहा है तो हो सकता है कि आप PTSD की समस्या से जूझ रहे हैं। इसके अलावा अगर आप अपने टॉक्सिक रिश्ते के लिए खुद को दोष देते हुए पाते हैं या आपको अपने एक्स को एक आखिरी मौका नहीं देना का पछतावा हो रहा है तो ये भी PTSD का एक संकेत हो सकता है।
एक्स की याद सारे दर्द ताजा कर देती है
टॉक्सिक रिश्ते से निकलने के बाद कुछ समय तक लोग उन जगहों पर जाने से परहेज करते है, जहां उन्होंने अपने एक्स के साथ समय बिताया होता है। लोग ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि ये जगहें उन्हें एक्स की याद दिलाती है, जिसकी वजह से उनका दर्द भी ताजा हो जाता है। कुछ समय के लिए ऐसी जगहों पर जानें से आपको घबराहट हो सकती है, लेकिन लंबे समय तक आप इस समस्या से जूझ रहे हैं तो किसी एक्सपर्ट को जाकर दिखाने में भलाई है।
छोटी-छोटी बातों पर भड़क जाते हैं
टॉक्सिक रिश्ते से निकलने के बाद लोगों की भावनाएं ज्वालामुखी की तरह फूटती हैं। ऐसे लोग कभी भी रोने लगते हैं या कभी भी चिल्ला पड़ते हैं। भावनाओं को बाहर निकालना जरुरी है, लेकिन अगर आप अपने टॉक्सिक रिश्ते के बुरे अनुभवों को किसी पर चिल्लाने के लिए बहाने के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं तो ये एक चिंता की बात है। ऐसी परिस्थिति में जल्द से जल्द किसी एक्सपर्ट के पास जाकर अपने मानसिक स्वास्थ्य का इलाज करवाएं।