By अंकित सिंह | Feb 22, 2021
गुजरात में हुए नगर निकाय चुनाव सभी पार्टियों के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं था। हालांकि मुकाबला कांग्रेस और सत्ताधारी भाजपा के बीच में ही थी। लोगों को साधने के लिए सभी पार्टियों की ओर से घोषणा पत्र भी जारी किया गया। लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाला घोषणा पत्र कांग्रेस की ओर से आया। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में युवाओं को साधने के लिए डेटिंग डेस्टिनेशन बनाने का वादा किया है। सियासी गलियारे के लिए भी यह चौंकाने वाला वादा है। कांग्रेस के इस वादे पर भाजपा भी हमलावर हो रही है। भाजपा ने तो साफ-साफ यह कह दिया है कि कांग्रेस भारतीय संस्कृति के खिलाफ जा रही है। भाजपा कांग्रेस पर हमला करते हुए यह कह रही है कि जिस पार्टी में जैसे संस्कार होंगे वैसा ही वह वादा करेगी। भाजपा ने तो इसे लव जिहाद को बढ़ावा देने वाला कदम भी बता दिया।
कांग्रेस ने अपने इस वादे का बचाव करते हुए कहा कि हमें युवाओं के भावनाओं को समझने की जरूरत है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ऐसे वादे क्यों किया? दरअसल, ऐसे कई मौके भी आए हैं जब कांग्रेस नासमझी में कुछ ऐसे दावे कर जाती है जिसका खामियाजा उसे उठाना पड़ता है। राजनीतिक विशेषज्ञ तो इसे सोचा समझा कांग्रेस का दावा मान रहे हैं। उनका दावा है कि कांग्रेस ने अपने इस वादे के सहारे युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने का दांव खेला है। कांग्रेस का एक तबका यह मानता है कि 18 साल से ज्यादा उम्र के युवाओं को यह घोषणा पत्र काफी आकर्षित कर सकती है। इससे पार्टी युवाओं को अपने साथ जोड़ने की भी कोशिश कर रही है। पार्टी नेताओं का मानना है कि राहुल गांधी भी यह कह चुके हैं कि छात्र और युवा हमारे साथ आना चाहते हैं। ऐसे में हमें उन्हें बताना होगा कि हम कैसे अलग सोच रखते हैं। युवाओं को हम यह भी बताना चाहते हैं कि हमारी पार्टी प्रगतिशील है और समय के साथ बदलती रहती है।
जाहिर सी बात है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के इस घोषणापत्र का चुनाव के साथ-साथ अन्य पार्टियों के भी घोषणा पत्र में असर देखने को मिल सकता है। भाजपा को छोड़ शायद अन्य पार्टियां कांग्रेस के इस वादे से आगे बढ़ना चाहेगी। युवाओं को लुभाने के लिए पार्टियां डेटिंग डेस्टिनेशन से भी आगे बढ़ सकती हैं। वर्तमान में देखे तो भारतीय राजनीति में युवा निर्णायक फैक्टर हैं। युवाओं को आकर्षित करने के लिए कई पार्टियों के द्वारा फ्री मोबाइल और लैपटॉप दिए जाने की भी घोषणा की जा चुकी है। इसका फायदा भी बहुत सारी पार्टियों को हुआ है।
हालांकि, सवाल यह है कि आखिर भाजपा इतना आक्रमक होकर कांग्रेस के डेटिंग डेस्टिनेशन वाले वादे पर विरोध क्यों कर रही है? जाहिर सी बात है कि भाजपा कांग्रेस के घोषणा पत्र का विरोध नहीं करेगी तो क्या करेगी? लेकिन कांग्रेस का घोषणा पत्र भाजपा के एजेंडे के खिलाफ भी है। भाजपा जहां राष्ट्रवादी विचारधारा में विश्वास करती है तो वहीं कांग्रेस का यह कदम प्रगतिशील और पश्चिमी सभ्यता पर केंद्रित है। ऐसे में दोनों दलों के बीच डेटिंग डेस्टिनेशन को लेकर टकराव की स्थिति जरूर आएंगी। इसके अलावा भाजपा को यह भी लगता है इस तरीके के कदम कांग्रेस को एक बार फिर से मजबूत कर सकती है। खासकर के युवा वर्ग कांग्रेस के साथ एक बार फिर से जुड़ सकती है। यही कारण है कि भाजपा लगातार इससे भारतीय संस्कृति के खिलाफ बता रही है।