By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 01, 2021
नयी दिल्ली। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने प्रायोगिक चरण में खाने का सामान बेचने वाले रेहड़ी, पटरी वाले 2,500 विक्रेताओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है। मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि उसने इन विक्रेताओं को ई-कार्ट लाइसेंस के लिए योग्य बनाने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम शुरू किया है।
प्रायोगिक (पायलट) चरण के हिस्से के रूप में, मंत्रालय पूर्वी दिल्ली के फुटकर विक्रेताओं का कौशल परीक्षण शुरू करेगा और उन्हें भोजन तैयार करने में स्वच्छता की स्थिति एवं विक्रय संबंधी आकर्षण में सुधार करने में मदद करेगा। इस पहल को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) 3.0 के ‘रिकॉग्निशन ऑफ प्रायर लर्निंग’ (आरपीएल) घटक के तहत लागू किया जाएगा।