चंडीगढ़। भाजपा नेता तेजिंदर सिंह बग्गा की गिरफ्तारी के संबंध में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस से मिली सूचना के आधार पर हरियाणा पुलिस सतर्क हुई और पिपली के पास कुरक्षेत्र में उन्हें रोका गया। मुख्यमंत्री खट्टर ने बताया कि पंजाब पुलिस ने तेजिंदर सिंह बग्गा को सुबह 5 बजे घर से उठाया। उसके पिता ने दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराई कि कुछ लोगों ने उनके बेटे का अपहरण कर लिया जो उसे एक वाहन में ले गए।
उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने हरियाणा पुलिस को सूचित किया कि पंजाब के लोगों ने तेजिंदर सिंह बग्गा को उठाया है। जिसके बाद हरियाणा पुलिस सतर्क हो गई और उन्हें पिपली के पास कुरुक्षेत्र में रोका गया। चूंकि हमें दिल्ली से सूचना मिली थी, इसलिए उन्हें दिल्ली पुलिस को सौंपना हमारा कर्तव्य था। इस बीच उन्होंने अपनी पहचान बताई कि वे पंजाब पुलिस हैं और उसे अपने साथ ले जा रहे हैं। हमने अपना काम किया।
मुख्यमंत्री खट्टर ने बताया कि पंजाब पुलिस ने कहा कि वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे, यह उनके ऊपर है। अंतत: हरियाणा पुलिस ने उन्हें दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। दूसरा, यह एक राजनीतिक मुद्दा है क्योंकि चुनाव के दौरान बग्गा ने भाषण दिए थे। उस वक्त एक-दूसरे पर आरोप लगाए गए जाते हैं। अगर कुछ होता है तो चुनाव आयोग संज्ञान लेता है और फिर पुलिस इसकी जांच करती है।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि राजनीतिक मुद्दे इस तरह सामने नहीं आते। लेकिन पंजाब पुलिस को एक राजनीतिक शख्सियत को इस तरह से उठाने के लिए मजबूर करना... कम से कम कुछ तो मिलनसारिता होनी चाहिए। अगर राजनीतिक दलों के बीच दुश्मनी इस तरह बढ़ जाएंगी तो समस्याएं होंगी। ऐसा नहीं होना चाहिए था।
दरअसल, तेजिंदर सिंह बग्गा के मामले में भाजपा और आम आदमी पार्टी आमने-सामने नजर आ रही है। इतना ही नहीं गिरफ्तारी के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया। हालांकि भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया।