By रेनू तिवारी | Dec 18, 2024
सूत्रों ने बताया कि एक राष्ट्र एक चुनाव समिति में लोकसभा से प्रियंका गांधी वाड्रा, मनीष तिवारी, सुखदेव भगत और राज्यसभा से रणदीप सुरजेवाला शामिल होंगे। मंगलवार को तीखी बहस के बाद लोकसभा में एक साथ चुनाव कराने की व्यवस्था वाले दो विधेयक पेश किए गए। विपक्ष ने इस कदम को तानाशाहीपूर्ण बताया जबकि कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि यह कानून राज्यों को प्राप्त शक्तियों से छेड़छाड़ नहीं करेगा।
एक राष्ट्र एक चुनाव विधेयक लोकसभा में पेश
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने करीब 90 मिनट की बहस और मत विभाजन के बाद संविधान (129वां संशोधन) विधेयक लोकसभा में पेश किया। विधेयक के पक्ष में 269 और विपक्ष में 198 सदस्यों ने मतदान किया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मनीष तिवारी ने विधेयक को संविधान के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि अनुसूची 7 से परे मूल ढांचा है जिसे बदला नहीं जा सकता और विचाराधीन विधेयक संविधान पर हमला है।
उन्होंने विधेयक को तत्काल वापस लेने की मांग की। तिवारी के विरोध के बाद कई अन्य विपक्षी दलों ने भी यही रुख अपनाया कि यह विधेयक संविधान की भावना के खिलाफ है। सपा नेता धर्मेंद्र यादव, टीएमसी के कल्याण बनर्जी और डीएमके के टीआर बालू, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी उन प्रमुख नामों में शामिल थे जिन्होंने विधेयक का विरोध किया।